
वाराणसी। उत्तर प्रदेश के सबसे प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय काशी हिंदू विश्वविद्यालय में छात्रों और प्रॉक्टोरियल टीम के बीच गुरिल्ला युद्ध जैसे हालात उत्पन्न हो गए। प्रॉक्टोरियल और छात्रों छात्रों के बीच जमकर पत्थरबाजी हुई, तो वहीं जवाब में छात्रों पर लाठीचार्ज किया गया। करीब एक घंटे तक प्रॉक्टोरियल टीम और छात्रों के बीच तनाव की स्थिति बनी रही। प्रॉक्टोरियल टीम की सूचना पर कई थानों की पुलिस टीम मौके पर पहुंची, तो हालात काबू में हुआ और जैसे तैसे आक्रोशित छात्र अपने छात्रावास में लौटे। छात्रों और प्रॉक्टोरियल टीम के बीच हुए पथराव की वजह से विश्वविद्यालय कैंपस में तनाव की स्थिति बनी रही।
जानिए क्यों हुआ BHU में बवाल, कैंपस की सड़क पर 200 मीटर तक फैले ईंट – पत्थर
मिली जानकारी के अनुसार काशी हिंदू विश्वविद्यालय के राजाराम मोहन राय छात्रावास के एक छात्र का एक्सीडेंट एक वाहन से हो गया। पीड़ित छात्र इसकी शिकायत लेकर मंगलवार की शाम प्रॉक्टोरियल ऑफिस पहुंचा। छात्र ने जब अपनी शिकायत कि तो वहां मौजूद प्रॉक्टोरियल के अधिकारियों ने उसे डांट कर भगा दिया। छात्र अपने छात्रावास लौटा और पूरी बात अपने साथियों को बताया। प्रॉक्टोरियल टीम की बेरुखी की बात से छात्र आक्रोशित हो उठे और छात्रावास के बाहर आकर नारेबाजी करने लगे। ऐसे में लाठी डंडे लेकर छात्रों को ऐसा करने से रोकने प्रॉक्टोरियल के जवान पहुंचे, तो आक्रोशित छात्रों ने पथराव शुरू कर दिया। देखते ही देखते कुछ छात्रों ने कैंपस में तोड़फोड़ भी शुरू किया। काशी तमिल संगमम कार्यक्रम में लगे पोस्टर को फाड़ दिया, तो सजावट में लगे गमले को भी छात्रों ने तोड़ दिया। वही दूसरी ओर छात्रों को रोकने पहुंची प्रॉक्टोरियल टीम के जवानों ने लाठीचार्ज किया। छात्रों को उग्र होता देख प्रॉक्टोरियल टीम ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर भेलूपुर सर्किल के तमाम थाना क्षेत्र की टीम पहुंची और तनावपूर्ण स्थिति को शांत करवाया।
छात्रों से संवाद में लगातार विफल BHU प्रॉक्टोरियल, पुलिस को करना पड़ता है हस्तक्षेप…
काशी हिंदू विश्वविद्यालय में छात्रों के हंगामे और पथराव की प्राथमिक वजह संवाद की कमी रही। छात्रों के समस्याओं की अनदेखी करने पर आए दिन छात्रों और प्रॉक्टोरियल टीम के बीच तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न होती है। विगत महीने बिरला छात्रावास के छात्रों और प्रॉक्टोरियल के जवानों के बीच मारपीट हो या इस बार हुए पथराव और हंगामे की वजह संवाद की कमी बनी रही। छात्रों का आरोप है, कि जब भी किसी समस्या को लेकर प्रॉक्टोरियल से शिकायत किया जाता है, तो वह उसकी अनदेख करते और छात्रों में ही दोष निकलते। वही विश्वविद्यालय प्रॉक्टोरियल टीम से जब इस पर बात करने की कोशिश किया गया, तो कोई भी जिम्मेदार अधिकारी मीडिया से बात करने को राजी नहीं हुआ। वही मौके पर मौजूद भेलूपुर के एसीपी गौरव कुमार ने बताया कि छात्रों और प्रॉक्टोरियल के बीच विवाद होने की सूचना उन्हें मिलते ही वह टीम के साथ मौके पर पहुंचे और तनावपूर्ण स्थिति को शांत करवाया।









