
नागपुर : महाराष्ट्र के नागपुर शहर में महाल क्षेत्र के बाद हंसपुरी इलाके में भी हिंसा फैल गई है, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई है। रात 10:30 से 11:30 के बीच उग्र भीड़ ने पथराव किया, गाड़ियों को फूंका और स्थानीय घरों पर भी हमला किया। यह हिंसा उस समय भड़की जब वीएचपी द्वारा औरंगजेब की कब्र हटाने को लेकर जुलूस निकाला गया। जुलूस के दौरान कुछ लोगों द्वारा धार्मिक नारे लिखे कपड़े को जलाने की खबर फैली, जिसके बाद हिंसा की स्थिति बन गई।
हिंसा में घायल हुए लोग
इस हिंसा में 15 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं और इसके साथ ही 4-5 अन्य लोग भी घायल हुए। फिलहाल धारा 163 लागू है और अधिकारियों के मुताबिक, हालात काबू में आ गए हैं।
महाराष्ट्र हिंसा पर मंत्री अनिल राजभर का बयान
लखनऊ में मीडिया से बात करते हुए उत्तर प्रदेश के मंत्री अनिल राजभर ने महाराष्ट्र हिंसा पर प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने इसे साजिश करार देते हुए कहा, “जो लोग औरंगजेब से प्रेम करते हैं, वही ऐसी घटनाएं करेंगे।” उन्होंने इसके अलावा मायावती को भी निशाने पर लिया और कहा, “मायावती को AC कमरे से बाहर निकलना चाहिए और इन घटनाओं के बारे में सच्चाई जाननी चाहिए।”
सांसद चंद्रशेखर आजाद का बयान
दिल्ली में सांसद चंद्रशेखर आजाद ने भी नागपुर हिंसा पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने इसे धार्मिक ध्रुवीकरण का सुनियोजित प्रयास बताया। आजाद ने कहा, “जब दुनिया अंतरिक्ष की गहराइयों में जा रही है, सत्ताधारी भाजपा ज़मीन के दो गज़ नीचे जा रही है।” उन्होंने आगे कहा कि यह खुफिया तंत्र और कानून-व्यवस्था की विफलता का परिणाम है और उन्होंने शांति बनाए रखने की अपील की।
कांग्रेस सांसद इमरान मसूद का बयान
दिल्ली में कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने भी नागपुर हिंसा पर गहरी चिंता जताई। उन्होंने कहा, “देश में नफरत बोई जा रही है, जो बहुत दुखद है।” उन्होंने मुख्यमंत्री से सख्त कदम उठाने की मांग करते हुए कहा, “नफरत बोकर हम कुछ हासिल नहीं कर सकते हैं, यह नफरत देश से खत्म होनी चाहिए।”









