
ग़ाज़ियाबाद : इंटरनेशनल ब्रांडेड गारमेंट कंपनी के फर्जी ब्रांड प्रोटेक्शन एग्जीक्यूटिव बनकर शहर के व्यापारियों को निशाना बना रंगदारी मांगने वाले 3 आरोपियों को गाजियाबाद पुलिस ने गिरफ्तार किया हैं। इस फर्जीवाड़े का खुलासा एक फर्जी रेड के दौरान हुआ है, जहाँ पर फर्जीवाड़ा करने वाले गैंग के तीन सदस्य गांधी नगर की गारमेंट शॉप में घुसकर रेड डालने लगे, दुकान के मालिक सुभाष चानना को धमकाने लगे कि वो उनके खिलाफ कॉपीराइट एक्ट के मुकदमा दर्ज करवा सारा माल सीज करा देंगे।
यही नही रंगदारी के रूप में 10 लाख रुपये की मांग की, उसी के बाद दुकान पर हंगामा शुरू हो गया। पुलिस मौके पर पहुँची तो आरोपियों ने उन पर भी रौब झाड़ने की कोशिश की। पुलिस सभी को पूछताछ के लिए थाने ले आयी। उनके पास से फर्जी अथॉरिटी लेटर के अलावा 33 हजार कैश भी मिला। सभी को गिरफ्तार कर लिया । गैंग का सरगना डबरु आनंद है, इसके अलावा हरियाणा के पंचकुला का रहने वाला संजीव कुमार और बागपत के खेकड़ा के रहने वाले उमेश बंसल की गिरफ्तारी हुई है पुलिस के मुताबिक डबरु आनंद की उम्र 54 साल है, वह नोएडा एक्सटेंशन का रहने वाला है उम्र का फायदा उठाकर फर्जीवाड़ा करता था।
गाजियाबाद- एजेंट बताकर रंगदारी मांगने वाले 3 गिरफ्तार, व्यापारियों को नामी कंपनियों के एजेंट बताते थे, फर्जी अथॉरिटी लेटर लेकर करते थे वसूली, नकली माल बनाने की शिकायत देकर करते थे वसूली, कई बार थानों की पुलिस लेकर डाली गई रेड, सिहानी गेट थाना इलाके से हुई गिरफ्तारी। #Ghaziabad
— भारत समाचार | Bharat Samachar (@bstvlive) April 14, 2022
Levis, PVH और Tommy hilfiger के फर्जी अथॉरिटी लेटर मिले।
गांधीनगर में हुई फर्जी रेड के दौरान हंगामा होने पर पुलिस मौके पर पहुँची तो डबरु आनंद के नाम पर Levis एशिया पैसिफिक, फिलिप वैन ह्यूसन और टॉमी हिलफिगर के फर्जी अथॉरिटी लेटर दिखाकर पुलिस पर रौब ग़ालिब करने की कोशिश की। लेकिन पुलिस द्वारा उन्हें थाने लेकर कड़ाई से पूछताछ के बाद उन्होंने अपना गुनाह कबूला लिया। सभी आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेजने को कार्यवाई हुई है।

रेड के दौरान पुलिस फ़ोर्स लेकर बनाते थे कारोबारियों पर दबाव।
फर्जीवाड़ा करने वाले इस गैंग के लोगों में इतना कॉन्फिडेंस था कि वह पिछले 7 सालों से गाजियाबाद में सक्रिय हैं और दर्जनों बार फर्जी अथॉरिटी लेटर के नाम पर पुलिस फोर्स का भी इस्तेमाल अपनी रेड में कर चुके हैं। सीओ सेकंड आलोक दुबे ने बताया कि आरोपियों से हुई पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ है।







