
पीलीभीत : उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में पुलिस की लापरवाही का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। बरखेड़ा थाना क्षेत्र की एक रेप पीड़िता ने इंसाफ न मिलने और SHO मुकेश शुक्ला द्वारा आरोपी को बचाने के आरोपों के बीच थाने के अंदर ही पेट्रोल पीकर जान देने की कोशिश की। पीड़िता की हालत गंभीर बताई जा रही है और उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

रेपिस्ट को बचाने की जद्दोजहद में थाना प्रभारी मुकेश शुक्ला ?
पीड़िता का आरोप है कि एक व्यक्ति ने उसे शादी का झांसा देकर दुष्कर्म किया और जब उसने शिकायत दर्ज कराई तो पुलिस ने न तो कोई सख्त कार्रवाई की और न ही आरोपी को गिरफ्तार किया। SHO पर आरोप है कि उन्होंने आरोपी को 10 दिन तक थाने में बैठाकर आरोपी को छोड़ दिया और मामले को रफा-दफा करने की कोशिश करते रहे।
एक महीने से काट रही थी थाने के चक्कर
पीड़िता पिछले एक महीने से न्याय के लिए थाने के चक्कर लगा रही थी, लेकिन उसे हर बार टाल दिया जाता था। आरोपी की ओर से लगातार धमकियां मिलने के बावजूद पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी रही। आखिरकार, परेशान होकर पीड़िता पेट्रोल लेकर थाने पहुंची और खुद पर छिड़ककर पीने लगी।
सीएम के मिशन शक्ति का दावा, बरखेड़ा थाने में फेल ?
एक तरफ सूबे सीएम योगी महिला सुरक्षा को लेकर अफसरों को सख्त कार्यवाही की हिदायत अक्सर देते है बाबजूद इसके कुछ थाना प्रभारियों पर इसका कोई असर नहीं हो रहा जिसकी वजह से एक महीने से रेप पीड़िता कार्यवाही के लिए थाने के चक्कर काट रही थी । लेकिन एसएचओ मुकेश आरोपी को बचाने की जद्दोजहद में लगे रहे । हालांकि पुलिस ने मंगलबार को मुकदमा भी दर्ज किया और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया लेकिन जब तक रेप पीड़िता के सब्र का बांध टूटने पर उसने थाने में पहले तो पेट्रोल छिड़का बाद में पेट्रोल पी लिया जिसके बाद हालत बिगड़ गई और अस्पताल में भर्ती कराया गया है ।
लापरवाही पर खामोशी, पुलिस अधिकारियों का बयान !
घटना के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। आला अधिकारियों ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। उधर सीओ प्रीतक दहिया का कहना है कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है । हालांकि एक महीने से रेप पीड़िता कार्यवाही के लिए थाने के चक्कर काट रही थी तहरीर देने के बाबजूद एसएचओ ने कार्यवाही नहीं की लेकिन इस पर किसी भी अधिकारी का कोई बयान सामने नहीं आया है ।
रिपोर्ट : हरि पाल सिंह