
आंध्र प्रदेश के तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद लड्डू में जानवरों की चर्बी के इस्तेमाल को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. इस मामले में राज्य के उपमुख्यमंत्री और अभिनेता पवन कल्याण ने प्रायश्चित करने का निर्णय लिया है. वह आज से 11 दिनों का उपवास शुरू करेंगे..
हमारी संस्कृति, आस्था, विश्वास और श्रद्धा की धर्मधुरी, श्री तिरुपति बालाजी धाम के प्रसाद में, कुत्सित प्रयासों के तहत, जो अपवित्रता का, संचार करने की कोशिश की गई, उससे मैं व्यक्तिगत स्तर पर, अत्यंत मर्माहत हूँ, और सच कहूं तो, अंदर से अत्यंत छला गया, महसूस कर रहा हूँ। प्रभु…
— Pawan Kalyan (@PawanKalyan) September 21, 2024
11 दिनों के प्रायश्चित उपवास से पहले पवन कल्याण ने एक संदेश भी साझा किया.. उन्होंने लिखा, “हे बालाजी भगवान! कृपया हमें क्षमा करें. तिरुमाला का लड्डू प्रसाद, जिसे अत्यंत पवित्र माना जाता है, पिछले शासकों की अनियंत्रित प्रवृत्तियों के कारण अपवित्र हो गया है. जानवरों के मेद के अवशेषों से यह दूषित हो गया. ऐसे पाप केवल क्रूर मन वाले लोग ही करते हैं. प्रारंभ में इस पाप को पहचान न पाना हिंदू जाति के लिए एक कलंक है. जब मुझे यह जानकारी मिली कि लड्डू प्रसाद में जानवरों के अवशेष हैं, तो मेरा मन विचलित हो गया. मैंने स्वयं को दोषी महसूस किया. मैं जन कल्याण के लिए लड़ रहा हूं, और मुझे दुख है कि इस समस्या का पता पहले नहीं चल पाया.”
आस्था रखने वालों से की ये अपील
अभिनेता पवन कल्याण ने आगे लिखा, “सनातन धर्म में आस्था रखने वाले प्रत्येक व्यक्ति को कलियुग के देवता बालाजी के साथ हुए इस भयानक अपचार का प्रायश्चित करना चाहिए. इसी भावना के अंतर्गत मैंने प्रायश्चित आरंभ करने का निर्णय लिया है. रविवार (22 सितंबर, 2024 ) की सुबह मैं गुंटूर जिले स्थित नंबूर के श्री दशावतार वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में दीक्षा धारण करूंगा. 11 दिनों तक दीक्षा जारी रखने के बाद, मैं तिरुमाला श्री वेंकटेश्वर स्वामी के दर्शन करूंगा. ‘ईश्वर… मैं आपसे विनती करता हूं कि मुझे पिछली सरकारों की ओर से आपके खिलाफ किए गए पापों के प्रक्षालन करने की शक्ति प्रदान करें.”
पाप कर्म का कोई डर नहीं होता..
पवन कल्याण ने अपने मैसेज में आगे कहा, “केवल वे ही लोग ऐसे अपराधों में लिप्त होते हैं, जिनका ईश्वर में विश्वास नहीं होता है और पाप कर्म का कोई डर नहीं होता है. मेरा दुख यह है कि बोर्ड के सदस्य और कर्मचारी जो तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम प्रणाली का हिस्सा हैं, वे भी वहां की गलतियों का पता नहीं लगा पाते हैं. अगर उन्हें पता चलता भी है, तो वे इसके बारे में बात नहीं करते हैं. ऐसा प्रतीत होता है कि वे उस समय के राक्षसी प्रवृत्ति वाले शासकों से डरते थे.”
प्रसाद में घटिया सामग्री मिलाने का आरोप
दरअसल आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने पिछली YSRCP सरकार पर तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में घटिया सामग्री मिलाने और जानवरों की चर्बी मिलाने का गंभीर आरोप लगाया था. इस आरोप के बाद राजनीतिक बयान शुरू हो गए. इसके बाद गुजरात की लैब रिपोर्ट में भी प्रसाद में घटिया माल और जानवरों की चर्बी की पुष्टि हुई. हालांकि YSRCP ने सभी आरोपों को खारिज कर दिया है.