
Typhoid symptoms and healthy foods: बदलते मौसम में सर्दी-जुकाम और बुखार आम बात है, लेकिन अगर बुखार लंबे समय तक बना रहे, तो यह टाइफाइड भी हो सकता है। खासतौर पर बच्चों में यह बीमारी ज्यादा खतरनाक होती है, क्योंकि उनकी इम्यूनिटी कमजोर होती है। टाइफाइड फीवर सालमोनेला टाइफी बैक्टीरिया के कारण होता है, जो दूषित पानी और खाने से शरीर में प्रवेश करता है। सही समय पर इलाज और संतुलित खानपान से इसे जल्दी ठीक किया जा सकता है। आइए जानते हैं टाइफाइड के लक्षण, इलाज और सही आहार के बारे में।
टाइफाइड के लक्षणों को न करें नजरअंदाज!
अगर शरीर का तापमान 102-104 डिग्री फ़ारेनहाइट तक पहुंच जाए और बीच-बीच में घटता-बढ़ता रहे, तो यह टाइफाइड का संकेत हो सकता है। इसके अलावा अन्य लक्षण भी दिख सकते हैं:
- सिर दर्द और मांसपेशियों में तेज दर्द
- भूख न लगना और पेट दर्द
- जी मिचलाना और उल्टी
- कमजोरी और थकान
- शरीर में ऐंठन और दस्त या कब्ज
अगर ऐसे लक्षण नजर आएं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और जरूरी जांच करवाएं।
टाइफाइड की जांच और इलाज
दिल्ली के सफदरजंग हॉस्पिटल के मेडिसिन डिपार्टमेंट के एचओडी डॉक्टर जुगल किशोर के अनुसार, टाइफाइड के लक्षण दिखते ही तुरंत ब्लड टेस्ट कराना चाहिए। आमतौर पर इसकी जांच के लिए ये टेस्ट किए जाते हैं:
- ब्लड कल्चर टेस्ट – यह बैक्टीरिया की पहचान के लिए किया जाता है।
- सीआरपी टेस्ट – शरीर में सूजन का पता लगाने के लिए।
- CBC टेस्ट – शरीर में संक्रमण और खून की स्थिति जानने के लिए।
सही समय पर दवा और परहेज करने से यह बीमारी जल्दी ठीक हो सकती है।
टाइफाइड में इन चीजों से करें तौबा!
टाइफाइड में खानपान का खास ख्याल रखना बेहद जरूरी है। कुछ चीजें ऐसी होती हैं, जो इस बीमारी को और बढ़ा सकती हैं:
तेल-मसाले वाला खाना – ज्यादा तला-भुना और मसालेदार खाना पेट की समस्या बढ़ा सकता है।
जंक फूड और मैदा – टाइफाइड में पाचन कमजोर हो जाता है, इसलिए फास्ट फूड से दूरी बनाएं।
चाय-कॉफी और कैफीन – ये शरीर को डीहाइड्रेट कर सकते हैं, जिससे कमजोरी और बढ़ सकती है।
फुल फैट डेयरी प्रोडक्ट्स – ज्यादा फैट वाला दूध और चीज़ टाइफाइड के दौरान पचाने में मुश्किल होती है।
कच्ची सब्जियां और सलाद – इन्हें खाने से इन्फेक्शन का खतरा बढ़ सकता है, इसलिए इन्हें अच्छी तरह पकाकर ही खाएं।
टाइफाइड में क्या खाएं?
टाइफाइड से जल्दी रिकवर होने के लिए हल्का, सुपाच्य और पौष्टिक खाना जरूरी होता है। कुछ बेहतरीन फूड आइटम्स:
हाइड्रेटिंग फूड्स – नारियल पानी, दाल का पानी, वेजिटेबल सूप और छाछ पिएं।
लिक्विड डायट – मूंग दाल की खिचड़ी, दलिया और हल्की दालें पचने में आसान होती हैं।
फलों के जूस – अनार, संतरा और सेब का जूस शरीर में खून की कमी को पूरा करने में मदद करता है।
उबला हुआ पानी – शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए खूब पानी पिएं, लेकिन हमेशा उबला हुआ ही लें।
टाइफाइड से बचाव के आसान टिप्स!
- खाने से पहले और टॉयलेट के बाद हाथ धोने की आदत डालें।
- सड़क किनारे मिलने वाले खुले और अस्वच्छ खाने से बचें।
- पानी हमेशा उबालकर या फिल्टर करके ही पिएं।
- टाइफाइड का वैक्सीनेशन करवाएं, खासतौर पर बच्चों के लिए।
टाइफाइड एक गंभीर बीमारी हो सकती है, लेकिन सही देखभाल और संतुलित खानपान से इसे जल्दी ठीक किया जा सकता है। अगर बुखार तीन दिन से ज्यादा बना रहे, तो इसे हल्के में न लें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर इस बीमारी से बचा जा सकता है।