प्रयागराज हत्याकांड:-15 दिनों बाद भी उमेश पाल के हत्यारे लापता, उठ रहे सवाल, यूपी पुलिस की इज्जत दांव पर!

उमेश पाल और 2 पुलिस जवानों के हत्यारे बीते 15 दिनों से लापता हैं. ढाई-ढाई लाख के 5 इनामी हत्यारों को पुलिस अब तक गिरफ्तार नहीं कर पाई है. ये सभी हत्यारे 24 फरवरी को घटना कारित करते के बाद से फरार हैं. पुलिस और एसटीएफ की कई टीमें इन हत्यारों की तलाश में ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही हैं, लेकिन अभी तक उनके हाथ खाली हैं. 5 इनामी शूटरों में से अभी तक एक की भी गिरफ्तारी नहीं हुई है.

प्रयागराज- उमेश पाल और 2 पुलिस जवानों के हत्यारे बीते 15 दिनों से लापता हैं. ढाई-ढाई लाख के 5 इनामी हत्यारों को पुलिस अब तक गिरफ्तार नहीं कर पाई है. ये सभी हत्यारे 24 फरवरी को घटना कारित करते के बाद से फरार हैं. पुलिस और एसटीएफ की कई टीमें इन हत्यारों की तलाश में ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही हैं, लेकिन अभी तक उनके हाथ खाली हैं. 5 इनामी शूटरों में से अभी तक एक की भी गिरफ्तारी नहीं हुई है.

यूपी पुलिस की इस सुस्त कार्रवाई पर अब सवाल भी उठने लगे हैं. उमेश पाल और दो पुलिसकर्मियों की हत्या की साजिश अतीक ने गुजरात जेल में रची थी. शूटरों ने 11 फरवरी को बरेली जेल में बंद अतीक के भाई अशरफ से मुलाकात की थी. बरेली जेल से ही एक्शन को अंजाम दिया गया. पुलिस ने अतीक और अशरफ से अबतक कोई पूछताछ भी नहीं की है.

अतीक को फंडिंग करने वाले बिल्डरों के घर पर पुलिस की छापेमारी

अतीक को फंडिंग करने वाले बिल्डरों के घर पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है. प्रयागराज के चकिया, खुल्दाबाद, करैली, धूमनगंज, मरियाडीह समेत अन्य जगहों पर ताबड़तोड़ छापेमारी जारी है. अतीक गिरोह को फाइनेंस करने को लेकर पुलिस अहम जानकारी मिली है. ताबड़तोड़ कार्रवाई से बिल्डरों में हड़कंप मचा है. अतीक के गुर्गे शहर पश्चिमी इलाके में अवैध प्लाटिंग का बड़े पैमाने पर काम करते थे. पुलिस ने शहर पश्चिमी इलाके में जमीनों के अवैध कारोबार करने वालों की सूची तैयार कर ली है.

दो शूटरों की पुलिस मुठभेड़ में हो चुकी है मौत

बता दें, 27 फरवरी को हत्याकांड में शामिल अरबाज को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया था. वहीं 6 मार्च को एक और शूटर उस्मान उर्फ विजय चौधरी को मुठभेड़ में मार गया था. लेकिन 5 इनामी शूटर असद (अतीक का बेटा) अरमान, मोहम्मद गुलाम, गुड्डू मुस्लिम और मोहम्मद साबिर को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पाई है. इनकी गिरफ्तारी को लेकर पुलिस व एसटीएफ की कई टीमें बिहार, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल में छापेमारी कर रही हैं लेकिन अभी तक हाथ खाली हैं.

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