
देश के किसान एक बार फिर से अपनी मांगों को लेकर दिल्ली की ओर कूच कर रहे है.दिल्ली की तरफ जाने के लिए किसानों को रोकने के लिए बॉर्डर पर सुरक्षाबलों के बीच झड़प देखने को मिली.लगातार सुरक्षाबलों और किसानों के बीच संघर्ष जारी है. इसी बीच संयुक्त किसान मोर्चा और अन्य ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर आज यानी की 16 फरवरी को ‘ग्रामीण भारत बंद’ बुलाया गया है. इसके तहत देश के किसान-मजदूरों से अपील की गई है.इस देशव्यापी बंद में ट्रक और ट्रेड यूनियन भी किसानों का समर्थन कर रहे हैं.
भारत बंद के दौरान क्या-क्या रहेगा बंद?
सब्जियों और अन्य फसलों की आपूर्ति, खरीद और बिक्री बंद रहेगी.सब्जी मंडियों, अनाज मंडियों, सरकारी और गैर सरकारी दफ्तरों, ग्रामीण क्षेत्र के सरकारी संस्थानों और निजी प्रतिष्ठानों को बंद रखा जाएगा.
प्राइवेट और सरकारी गाड़ियां भी नहीं चलेंगी, सिर्फ एंबुलेंस, शव वाहन, शादी के लिए जा रही गाड़ियों, अस्पतालों, अखबार वाली गाड़ियों, परीक्षा देने जाने वाले स्टूडेंट्स की गाड़ियों और सिर्फ इमरजेंसी सेवाओं के लिए ही रास्ता खोला जाएगा.
पंजाब के निजी बस उद्योग ने पंजाब के किसान संगठन के भारत बंद के आह्वान का समर्थन करते हुए घोषणा की है कि पंजाब में 16 फरवरी को सभी निजी बसें बंद रहेंगी.
संयुक्त किसान और किसान मजदूर मोर्चा के भारत बंद का असर देशभर में देखा जा सकता है. इसके चलते नोएडा में सीआरपीसी की धारा 144 लागू कर दी गई है, दिल्ली-नोएडा रूट पर जाम लग सकता है.जबकि दिल्ली में ये पहले से ही लागू है.इसके अलावा नोएडा पुलिस ने ट्रैफिक एडवाइज़री भी जारी कर दी है. सबसे जरुरी बात ये कि किसानों के भारत बंद का आह्वान ऐसे वक्त में किया गया है, जब पंजाब से कूच कर रहे हजारों किसानों को दिल्ली से लगभग 200 किलोमीटर दूर अंबाला के पास हरियाणा-पंजाब की अलग-अलग सीमाओं पर रोक दिया गया है.









