
उन्नाव दुष्कर्म मामले की पीड़िता ने एक बार फिर न्याय की गुहार लगाते हुए दोषियों के खिलाफ अपना कड़ा रुख स्पष्ट किया है। भारत समाचार के साथ विशेष बातचीत में पीड़िता ने भावुक होते हुए कहा कि वह इस लड़ाई को तब तक नहीं रोकेंगी जब तक कि उनके गुनहगारों को फांसी नहीं मिल जाती। पीड़िता ने अपनी बातचीत की शुरुआत देश की सर्वोच्च अदालत को धन्यवाद देते हुए की। “मैं दिल्ली सर्वोच्च न्यायालय (सुप्रीम कोर्ट) का धन्यवाद करती हूँ, जिन्होंने मुझे आगे की लड़ाई का रास्ता दिखाया। उनकी वजह से ही आज मुझे हिम्मत मिली है कि मैं उन लोगों के खिलाफ खड़ी हो सकूँ जिन्होंने मेरा जीवन बर्बाद किया।”
“मेरे पिता की हत्या करवाई, दुनिया में मज़ाक बनाया”
दोषियों पर कड़ा प्रहार करते हुए पीड़िता ने कहा कि इन लोगों ने न केवल उसके साथ दरिंदगी की, बल्कि उसके पूरे परिवार को तहस-नहस कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि दोषियों ने अपने भाई के माध्यम से उनके पिता की हत्या करवाई। पीड़िता ने कहा, “इन्होंने दुनिया में मेरा मजाक बनवाया, लेकिन अब मैं पीछे नहीं हटूंगी। मैं उन्हें फांसी की सजा तक लेकर जाऊंगी।”
विपक्षी पक्ष पर तीखा पलटवार
पीड़िता ने मामले से जुड़े दूसरे पक्ष (दोषियों के परिवार) की ओर से आ रहे बयानों पर भी कड़ी प्रतिक्रिया दी।”उनकी बेटी (कुलदीप सेंगर की बेटी) एक वकील हैं और वह बोल रही हैं। मैं इतना नहीं पढ़ पाई क्योंकि इन लोगों ने मेरे सिर से पिता का साया छीन लिया।” पीड़िता ने सीधे तौर पर सवाल किया कि क्या वे इनकार कर सकते हैं कि उन्होंने उसके पिता की जान नहीं ली? उन्होंने कहा, “अगर हम गलत हैं, तो हमें फांसी पर चढ़ा दिया जाए, हम उसे स्वीकार कर लेंगे। लेकिन सच यह है कि मेरे पिता को मुझसे छीना गया है।”









