पूर्व मुख्यमंत्री सपा प्रमुख अखिलेश यादव आज बस्ती पहुंचे। मीडिया से बातचीत के दौरान सपा सुप्रीमों ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा उन्होंने कहा की बीजेपी लोगों के आंख पर स्मोक स्क्रीन एक ऐसा पर्दा डालती है जिससे अपनी कमियों की छिपा ले। इस बात को समझना पडेगा की जिस तरह से अंग्रेज डिवाइड एंड रूल कर के राज करते रहे, उसी सिद्धांथ को बीजेपी आगे बढ़ा रही है। समाज को कैसे बांटा जाए, समाज में कैसे नफरत हो, विपक्ष को एक दूसरे से दूर रहने के लिए बीजेपी लगातार काम कर रही है। जहां तक धार्मिक स्थलों का सवाल है पहले से जो एक्ट बना है। 1991 एक्ट की बीजेपी को परवाह नहीं है। जिस समय सुप्रीम कोर्ट में फैसला हुआ था उसमें जो बात रखी गई उसकी बीजेपी को परवाह नहीं है।
सपा मुखिया ने आगे कहा कि बीजेपी जानती है की बुनियादी सवालों पर अगर चर्चा होगी तो बीजेपी का सफाया हो जाएगा। जिस तरह से चुनाव के बाद डीजल पेट्रोल मंहगा हुआ है, स्टील, सीमेंट मंहगी हुई है, खाने का तेल मंहगा हुआ है हर चीज की मंहगाई बढ़ रही है। हमारा पढ़ा लिखा यूथ बेरोजगार है, यूथ आगे कैसे पढ़े और रोजगार पाए सरकार उस दिशा में काम नहीं कर रही है। सरकार ने बड़े-बड़े सपने दिखा रही है कि इंवेस्टमेंट आएगा रोजगार मिलेगा इन सवालों का जवाब न देना पड़े इसी लिए बीजेपी जानबूझ करके स्मोक स्क्रीन एक ऐसा पर्दा डालती है जिससे अपनी कमियों को छिपा ले।
ज्ञानवापी के मामले पर बात करते हुए उन्होंने कहा वहां जो मामला चल रहा है उस के पीछे जानबूछ कर बीजेपी है क्योंकि उन्हें बैंकों को बेचना है। सीमेंट की फैक्ट्रियों को बेच कर अपने लोगों को लाभ पहुंचाना है। एलआईसी का प्राइवेटाइजेशन होना है ये जो बड़ी-बड़ी संस्थानें बैंकों का मर्ज होना और उनका डूबना। इसके अलावा जिस तरह से पूरे प्रदेश का 5-6 लोगों ने गेहूं खरीद लिया, और वह गेहूं विदेश जा रहा था। 4 हजार से ज्यादा ट्रक केवल राजकोट में खड़े थे, गुजरात के बड़े पोत पर यूपी और एमपी का गेहूं रखा था। जब सरकार को पता चला गेहूं पहुंच गया है केवल जनता को धोखा देने के लिए गेहूं के विदेश भेजने पर वैन लगा दिया गया। जैसे ही बनारस और ताजमहल का मामला आगे बढ़ा उन्होंने अनुमति दे दी गेहूं विदेश चला जाएगा, अब गांव में डुगडुगी बजवा रहे हैं कि जिसके पास ट्रैक्टर होगा, एसी होगा उस को राशन का पैसा वापस करना पडेगा, यह गरीबों से भी मुनाफा कमाना चाहते हैं।
पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने बुलडोजर पर भी पलटवार किया उन्होंने कहा की बुलंदशहर में एक पत्नी अपने पती को जगाने जा रही थी। वो पत्नी अपने पती को नहीं जगा पाई आगे बुलडोजर ने काम किया और उस के पती की जान चली गई। एक मजदूर घर से सब्जी बेचने गया जब घर लौटा तो पता चला बुलडोजर से उस का घर गिर गया। अगर सरकार बुलडोजर से घर गिरा रही है तो मुख्यमंत्री जी ने कल ही कैंसर इंसटीट्यूट का उद्घाटन किया है, वो इल्लीगल है क्या सरकार उस पर बुल्डोजर चलाएगी। जिस थाने में बेटी का बलात्कार हुआ क्या उस पर बुल्डोजर चलेगा। वहीं राज्यपाल पर भी उन्होंने हमला बोला कहा की याद कीजिए एक राज्यपाल वो थे जो बताते थे उत्तर प्रदेश में कितने अधिकारी किस जाति के हैं। उस समय के राज्यपाल अगर अधिकारियों की गिनती जाति के हिसाब से कर सकते थे तो आज के राज्यपाल जाति के आधार पर गिनती नहीं करेंगे।