
चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश की 9 सीटों पर उपचुनाव कार्यक्रम घोषित किया है। उपचुनाव 13 नवंबर 2024 को होंगे और परिणाम 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। यूपी उपचुनाव के नामांकन में कुछ ही दिन शेष बचे है। सभी पार्टियों अपनी अपनी रणनीतियों को अंतिम रूप देने में लगी है। भाजपा ने अभी तक किसी भी सीट पर अपने पत्ते नहीं खोले है। सूत्रों की माने तो भाजपा आज प्रत्याशियों की सूची जारी कर सकती है। समाजवादी पार्टी ने 7 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतार दिए है। संभवतः भाजपा प्रत्याशियों की सूची जारी कर चुनावी माहौल को और भी गरमा सकती है।
यूपी उपचुनाव के नामांकन की आखिरी तिथि 25 अक्टूबर है। भाजपा की तरफ से अबतक किसी भी सीट पर पत्ते नहीं खोले गए है। बीजेपी ने केंद्रीय नेतृत्व को तीन-तीन नामों का पैनल भेजा था जिसे अब मंजूरी मिल चुकी है। जिसके बाद भाजपा जल्द ही सभी 9 सीटों पर अपने प्रत्याशियों की ऐलान कर सकती है। सपा ने 7 सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है और दो सीटें (खैर और गाजियाबाद) कांग्रेस के लिए छोड़ दी हैं।
दलित, पिछड़ों और ब्राह्मणों को भी साधना है मकसद
बता दें की भारतीय जनता पार्टी दलित, पिछड़ों और ब्राह्मणों को भी साधने की कवायद में लगी हुई है। पार्टी पर शुरू से ही ब्राह्मण वोटरों को दरकिनार करने के आरोप लगते आए हैं। जिसके चलते पार्टी को खूब विरोध भी झेलना पड़ा है। इसीलिए पार्टी इस बार उप-चुनाव में वोटरों को साधने के लिए ब्राह्मण चेहरे पर भी दांव खेल सकती है। फिर भी ऐसा माना जा रहा कि पार्टी का पूरा फोकस दलित और पिछड़ों पर ज्यादा रहने वाला है।









