सांसद-विधायकों के साथ CM योगी ने की समीक्षा बैठक, बोले- स्थानीय प्रतिभा-पोटेंशियल की ब्रांडिंग करें जनप्रतिनिधि

सीएम ने कहा कि हाल के दिनों में कुछ जिलों ने जनपदीय इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन कर अपने जनपद में हजारों करोड़ के निवेश प्राप्त किए. ऐसा ही प्रयास अलीगढ़ मंडल के सभी जिलों में किया जाना चाहिए. जनप्रतिनिधि गण जनपदीय निवेशक सम्मेलन का नेतृत्व करें. हर जनपद में संभावनाएं हैं.

मंगलवार को सीएम योगी ने अलीगढ़ मंडल के सांसदों और विधायकों के साथ क्षेत्र में चल रहे विकास परियोजनाओं को लेकर समीक्षा बैठक की. इस दौरान जनप्रतिनिधियों ने सीएम योगी को क्षेत्रीय जरुरतों के बारे में जानकारी दी. जिसे लेकर सीएम योगी ने आला अधिकारियों को निर्देशित किया. सीएम योगी ने बैठक में अफसरों को कई दिशा-निर्देश भी दिए.

सीएम योगी ने कहा कि पीएम मोदी के ‘रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म’ मंत्र को आत्मसात करते हुए बीते साढ़े पांच साल में प्रदेश की अर्थव्यवस्था में व्यापक सुधार हुआ है. देश-विदेश के निवेशकों के लिए सर्वश्रेठ गंतव्य के रूप में उत्तर प्रदेश की पहचान है. आज देश-दुनिया के निवेशक उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए उत्साहित है. उन्होंने कहा कि आगामी 10-12 फरवरी तक ‘उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर समिट’ का आयोजन किया जाना है. इस विशेष आयोजन के दृष्टिगत देश-दुनिया के निवेशकों को आमंत्रित करने गई ‘टीम यूपी’ को हर जगह उद्योग जगत की ओर से 12 लाख करोड़ से अधिक के निवेश प्रस्ताव मिले हैं. यह ग्लोबल इन्वेस्टर समिट ऐतिहासिक होने जा रहा है. साल 2027 तक प्रदेश को 01 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य की पूर्ति में यह इन्वेस्टर्स समिट सहायक होगी.

सीएम ने कहा कि हाल के दिनों में कुछ जिलों ने जनपदीय इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन कर अपने जनपद में हजारों करोड़ के निवेश प्राप्त किए. ऐसा ही प्रयास अलीगढ़ मंडल के सभी जिलों में किया जाना चाहिए. जनप्रतिनिधि गण जनपदीय निवेशक सम्मेलन का नेतृत्व करें. हर जनपद में संभावनाएं हैं. सभी सांसद-विधायक गण अपने क्षेत्र के उद्यमियों, व्यापारियों, प्रवासी जनों से संवाद-संपर्क बनाएं. उन्हें प्रदेश सरकार की औद्योगिक नीतियों, सेक्टोरल पॉलिसी की जानकारी दें. अपने क्षेत्र के पोटेंशयिल का परिचय दें और निवेश के लिए प्रोत्साहित करें. जनप्रतिनिधियों के सहयोग से यह इन्वेस्टर्स समिट नई ऊंचाइयों को छूने वाला होगा.

उन्होंने आगे कहा कि सांसद-विधायक गण जिला प्रशासन, औद्योगिक विकास विभाग, इन्वेस्ट यूपी और मुख्यमंत्री कार्यालय का सहयोग लेते हुए प्रदेश सरकार की नई औद्योगिक नीतियों का व्यापक प्रचार प्रसार करें. स्थानीय विश्वविद्यालय/ महाविद्यालयों/पॉलिटेक्निक/आईटीआई में युवाओं के बीच इन पर परिचर्चा कराई जाए और जनप्रतिनिधिगण इन कार्यक्रमों में प्रतिभाग करें. उन्होंने कहा कि सांसद-विधायकगण क्षेत्र में संचालित विकास परियोजनाओं का निरीक्षण करते रहें. यह योजनाएं स्थानीय जनप्रतिनिधियों की छवि निर्माण में सहायक हैं. गुणवत्ता और समयबद्धता सुनिश्चित करने में जनप्रतिनिधियों को योगदान करना होगा.

सीएम योगी ने ODOP उत्पादों के लिहाज से बैठक में आगे कहा कि हाथरस की हींग और आयुर्वेदिक दवा उद्योग और एटा की कॉफी दुनिया भर में प्रसिद्ध है. जनप्रतिनिधि के रूप में हमें अपनी इन खूबियों की ब्रांडिंग करनी चाहिए. इसके अलावा एटा जनपद में बनी घंटियां पूरी दुनिया के मठ-मंदिरों को गुंजायमान करती हैं. तकनीक के इस दौर में जबकि हम ऊर्जा संरक्षण के लिए संकल्पित हैं, तब हमें इस उद्योग को भी इस संकल्प से जोड़ना चाहिए. परंपरागत ईंधन के स्थान पर पीएनजी गैस को प्रोत्साहित किया जाए.

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