
उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रदेश में सौ बातों की बौछार कर रहे हैं यही वजह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिसंबर महीने में दूसरी बार अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंच रहे हैं। पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 दिसंबर को वाराणसी पहुंचे थे जहां उन्होंने बाबा श्री काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण किया था साथी 14 दिसंबर को बीजेपी शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के साथ मीटिंग की थी।
लेकिन इस बार 23 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी में सौगातों की बौछार करने आ रहे हैं. इस दौरे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी को करीब 2100 करोड़ रुपए की योजनाओं की सौगात देंगे। इन सभी सवालों में सबसे बड़ी सौगात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए वाराणसी में लगने वाले अमूल डेयरी प्लांट का शिलान्यास कर रहे है।
वाराणसी के करखियांव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 23 दिसंबर को एक बड़ी जनसभा करने वाले हैं। जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों के साथ काशी के लोगो को बड़ा सौगात दे रहे है। प्रधानमंत्री अपने निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी के विकास और आर्थिक प्रगति के लिए काम करने को लेकर निरंतर प्रयासरत हैं। इस दिशा में आगे बढ़ते हुए, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 23 दिसंबर को दोपहर लगभग करीब 1 बजे वाराणसी का दौरा करेंगे और विकास संबंधी कई पहलों की शुरुआत करेंगे।
प्रधानमंत्री वाराणसी के कारखियां में उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण फूड पार्क में बनास डेयरी संकुल की आधारशिला रखेंगे। 30 एकड़ भूमि में फैले इस डेयरी का निर्माण लगभग 475 करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा और इसमें प्रतिदिन 5 लाख लीटर दूध के प्रसंस्करण की सुविधा होगी। इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होगी और क्षेत्र के किसानों को उनके लिए नए अवसर सृजित करने में मदद मिलेगी। प्रधानमंत्री बनास डेयरी से जुड़े 1.7 लाख से अधिक दूध उत्पादकों के बैंक खातों में लगभग 35 करोड़ रुपये का बोनस डिजिटल रूप से अंतरित करेंगे।
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) की मदद से भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) द्वारा विकसित दुग्ध उत्पादों की अनुरूपता आकलन योजना को समर्पित एक पोर्टल और लोगो का भी उद्घाटन करेंगे। बीआईएस और एनडीडीबी गुणवत्ता चिह्न दोनों के लोगो को मिलाकर बनाया गया एकीकृत लोगो डेयरी क्षेत्र के लिए प्रमाणन प्रक्रिया को सरल बनाएगा तथा डेयरी उत्पाद की गुणवत्ता के बारे में जनता को आश्वस्त करेगा।