
उत्तर प्रदेश सरकार ने कफ सिरप तस्करी सिंडिकेट के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद ने बताया कि इस मामले की गहन जांच के लिए SIT का गठन किया गया है। SIT में IG-स्तर के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और FSDA (खाद्य एवं औषधि प्रशासन) के अधिकारी भी शामिल होंगे। यह जांच अब जिला पुलिस या STF द्वारा नहीं, बल्कि नई गठित SIT द्वारा की जाएगी।
कड़ी कार्रवाई के तहत 280 से अधिक ड्रग लाइसेंस रद्द करने की प्रक्रिया भी जारी है। लखनऊ में हुई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में DGP राजीव कृष्णा, प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद और सचिव औषधि रोशन जैकब ने कफ सिरप तस्करी कांड से जुड़े महत्वपूर्ण खुलासे किए।
DGP राजीव कृष्णा ने बताया कि ड्रग माफिया के खिलाफ सख़्त कार्रवाई जारी है, और अब तक 128 FIR दर्ज की जा चुकी हैं। इसके साथ ही कफ सिरप और अन्य ड्रग्स को अवैध रूप से स्टॉकिस्टों द्वारा बेचे जाने की जानकारी भी सामने आई है। इस गिरोह के 5 में से 3 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं।
अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन का खुलासा करते हुए DGP ने बताया कि कफ सिरप की बांग्लादेश और नेपाल में सप्लाई किए जाने का इनपुट मिला है। इस मामले में अंतरराष्ट्रीय एंगल की गहन जांच जारी है। सरकार ने साफ तौर पर कहा कि “ड्रग माफिया पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाएगी और हर कड़ी की जांच की जाएगी।”









