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11 दिसंबर यानी शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र उत्तर प्रदेश के दौरे पर होगें जहां वो, सरयू-राप्ती मुख्य नहर परियोजना का लोकार्पण करेंगे। बता दें यह परियोजना पांच नदियों को जोड़ने वाली है। जिससे नौ जिलों के किसान लाभान्वित होंगे। यह परियोजना योगी सरकार की मुख्य परियोजनाओ में से एक है। यह परियोजना करीब 50 वर्षों से लम्बित थी जो अब बनकर लोकार्पण के लिए तैयार है।
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आपको बता दें इस परियोजना से 14 लाख से अधिक भूमि को सिंचा जा सकेगा। इस योजना से पूर्वी उत्तर प्रदेश के करीब 6200 से अधिक गांवों के लगभग 29 लाख किसान लाभान्वित होंगे। इससे किसान अपने क्षेत्र की कृषि क्षमता को भी बढाऩे में सक्षम होंगे।
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के आशीर्वाद एवं मा.मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी के नेतृत्व में नामुमकिन को मुमकिन कर दिखाया।
— Dr. Mahendra Singh (@bjpdrmahendra) December 10, 2021
50 वर्षों से लम्बित देश की सबसे बड़ी सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना लोकार्पण के लिए तैयार है।
परियोजना के कुछ विहंगम और मनमोहक दृश्य। pic.twitter.com/KhFzwreG3W
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इस परियोजना को पूरा करने के लिए करीब 9800 करोड़ रुपए की लागत का खर्च है। जिसमें से पिछले चार वर्ष में 4600 करोड़ रुपये से अधिक का प्रावधान किया गया। इस परियोजना में क्षेत्र के जल संसाधनों का श्रेष्ठत्म उपयोग सुनिश्चित करने के लिए पांच नदियों घाघरा, सरयू, राप्ती, बाणगंगा और रोहिणी को आपस में जोड़ा गया है। साथ ही इस परियोजना से यूपी के नौ जिले बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, गोंडा, सिद्धार्थनगर, बस्ती, संत कबीर नगर, गोरखपुर और महाराजगंज के किसोनों को लाभ होगा।
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बता दें इस परियोजना की शुरुवात 1978 में हुई थी। लेकिन शासन और प्रशासन की अव्यवस्था के कारण यह परियोजना लम्बे समय तक कागजी दस्तावेजों में पड़ी रही। जिसके बाद 2016 में प्रधानमंत्री मोदी ने किसान कल्याण और सशक्तिकरण के लिए इस परियोजना को शीर्ष वरीयता पर रखा।