UP Politics: मायावती के सपोर्ट में उतरे अखिलेश यादव, भाजपा को सुनाई खरी-खोटी…

'उप्र के एक भाजपा विधायक द्वारा उप्र की एक भूतपूर्व महिला मुख्यमंत्री जी के प्रति कहे गये अभद्र शब्द दर्शाते हैं कि भाजपाइयों के मन में महिलाओं और खासतौर से वंचित-शोषित समाज से आनेवालों के प्रति कितनी कटुता भरी है.'

UP News: उत्तर प्रदेश की पूर्व सीएम मायावती पर बीजेपी विधायक राजेश चौधरी द्वारा विवादित टिप्पणी करने का मामला सामने आया है. बीजेपी प्रवक्ता को मायावती पर बयान देना भारी पड़ गया। ब्रजेश मिश्रा के डिबेट शो में सवालों उलझे चौधरी ने अचानक मायावती को भला बुरा कहने लगे। उन्होंने कहा मायावती को पहली मुख्यमंत्री हमने बनाया लेकिन वो हमारी भूल थी। चौधरी यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा मायावती यूपी की सबसे भ्रष्ट मुख्यमंत्री रही है। एंकर ने उन्हे टोका लेकिन बीजेपी प्रवक्ता और विधायक अपनी बात पर अड़े रहे। एंकर ने एक मौका दिया की चाहो तो अपनी बात वापिस ले सकते हो लेकिन चौधरी अपनी बात पर कायम रहे। अब अखिलेश यादव ने इसे बड़ा मुद्दा बना दिया है। उन्होंने बीजेपी विधायक के खिलाफ एक्शन और मुकदमे की मांग की है।

दरअसल अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया के जरिए प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, ‘उप्र के एक भाजपा विधायक द्वारा उप्र की एक भूतपूर्व महिला मुख्यमंत्री जी के प्रति कहे गये अभद्र शब्द दर्शाते हैं कि भाजपाइयों के मन में महिलाओं और खासतौर से वंचित-शोषित समाज से आनेवालों के प्रति कितनी कटुता भरी है.’

‘राजनीति मतभेद अपनी जगह’

इसके साथ ही सपा प्रमुख ने आगे कहा, ‘राजनीति मतभेद अपनी जगह होते हैं लेकिन एक महिला के रूप में उनका मान-सम्मान खंडित करने का किसी को भी अधिकार नहीं है. भाजपाई कह रहे हैं कि उन्हें मुख्यमंत्री बनाकर हमने गलती की थी, ये भी लोकतांत्रिक देश में जनमत का अपमान है और बिना किसी आधार के ये आरोप लगाना कि वो सबसे भ्रष्ट मुख्यमंत्री थीं, बेहद आपत्तिजनक है.’

उन्होंने आगे कहा, ‘भाजपा के विधायक के ऊपर, सार्वजनिक रुप से दिये गये इस वक्तव्य के लिए मानहानि का मुक़दमा होना चाहिए. भाजपा ऐसे विधायकों को प्रश्रय देकर महिलाओं के मान-सम्मान को गहरी ठेस पहुँचा रही है. अगर ऐसे लोगों के ख़िलाफ़ भाजपा तुरंत अनुशासनात्मक कार्रवाई नहीं करती है तो मान लेना चाहिए, ये किसी एक विधायक का व्यक्तिगत विचार नहीं है बल्कि पूरी भाजपा का है. घोर निंदनीय.’

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