नक्सल प्रभावित क्षेत्र मड़िहान थाना क्षेत्र के राजगढ़ चौकी के भवानीपुर गांव में एक मामला देखने को मिला, जहा पर घर से बिना बताए एक महीने पूर्व कमाने निकले व्यक्ति की सूचना जब पुलिस वालों ने अज्ञात शव के रूप में दी तो परिजनों में कोहराम मच गया। आनन फानन में परिजनों ने शव का शिनाख्त किया और पुलिस के पीएम के बाद दाह संस्कार किया।
दाह संस्कार करने के कुछ घंटे बाद ही मुन्नीलाल(जिसका परिजनों ने दाह संस्कार किया) अपने घर पहुचा तो परिजन आश्चर्य चकित रह गए, अपने। बीच पाकर परिजनों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी, जो परिवार कुछ समय पहले तक रोते रोते बुरा हाल था अचानक से मुन्नीलाल को जिंदा पाकर फुले नही समा रहा था।
मुन्नीलाल के परिवार की आर्थिक स्थिति बड़ी दयनीय है, न रहने को घर है न सरकारी सुविधाओं का लाभ, मिट्टी का कच्चा मकान जिसपर छत नही, आजीविका के लिए मुन्नीलाल अपने रिश्तेदार के पास चुनार रह रहा था, आपको बता दे की ये वही भवानीपुर गांव है जहां वर्ष 2001में नक्सलियो ने पुलिस के जवानों पर हमला कर उनका असलहा लूट लिया था।
नक्सल प्रभावित गांव भवानीपुर ने बाद में नक्सल क्षेत्र के नाम पर केंद्र सरकार और राज्य सरकार की तरफ से करोड़ो का बजट विकास के लिए जारी किया गया लेकिन हालात आपके सामने है, रहने को घर तक नही है, वही दूसरी तरह क्षेत्र में ये घटना चर्चा का विषय बना रहा की आखिर को अज्ञात शव किसका था, हालांकि पुलिस ने बताया की वो अज्ञात शव चंदौली जनपद के एक व्यक्ति का था जिसके परिजनों को सूचना दे दिया गया ।