
रिपोर्ट : नीरज जायसवाल, वाराणसी
वाराणसी. फिल्म आदिपुरुष अपने रिलीज के साथ ही विवादो में घिर गया है. फिल्म के डायलॉग के खिलाफ निर्माताओं को लगातार आलोचना का शिकार होना पड़ रहा है. फिल्म आदिपुरुष को लेकर सोशल मीडिया के बाद हिंदुत्वादी नेता, संत और राजनेता विरोध में जुट गए है. कई शहरों में फिल्म आदिपुरुष के खिलाफ प्रदर्शन किया जा रहा है. वही धर्म की नगरी काशी में फिल्म आदिपुरुष के डायलॉग से आहत हिंदुत्वादी नेताओं ने अनोखा विरोध किया है. वाराणसी के भारत माता मंदिर में जुटे सैकड़ों लोगो ने सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ कर फिल्म का विरोध दर्ज करवाया है. वही विरोध करते हुए सिनेमा घर के बाहर नारेबाजी करते हुए हिंदुत्वादी नेताओं ने फिल्म आदिपुरुष का पोस्टर और होर्डिंग को फाड़ दिया.
हनुमान चालीसा का पाठ कर किया फिल्म आदिपुरुष का विरोध
भरता माता मंदिर में फिल्म आदिपुरुष के खिलाफ विरोध – प्रदर्शन करने के लिए जुटे लोगो ने हनुमान चालीसा का पाठ कर विरोध शुरू किया. इस दौरान सभी ने एक साथ ( सामूहिक) हनुमान चालीसा का पाठ कर फिल्म के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. विरोध में शामिल लोगो ने एक स्वर में फिल्म को बैन करने अथवा विवादित डायलॉग को हटाए जाने के साथ फिल्म निर्माताओं पर कार्रवाई किए जाने की मांग की है. विरोध करने वाले इंजीनियर हेमंत राज, गोविंद शर्मा, संतोष ओझा सहित तमाम लोगो ने कला और अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर हिंदू धर्म और आस्था के साथ खिलवाड़ किए जाने की बात कही है.
सिनेमा घर के बाहर पुलिस के सामने नारेबाजी, फाड़े गए आदिपुरुष के पोस्टर और होर्डिंग
फिल्म आदिपुरुष का विरोध में वाराणसी के सिनेमा घर के बाहर हिंदुत्वादी नेताओं ने जमकर हंगामा काटा. सैकड़ों की संख्या में सिनेमा घर के बाहर पहुंचे कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगो ने फिल्म के खिलाफ नारेबाजी किया. वही विरोध करने वाले लोगो को रोकने के लिए भारी पुलिस फोर्स सिनेमा घर के बाहर तैनात किया गया था, लेकिन इसके बावजूद सिनेमा घर परिसर में जाकर फिल्म आदिपुरुष के होर्डिंग को फाड़ दिया गया. कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस की टीम ने विरोध करने वाले लोगो को समझाकर शांत करवाया. इस दौरान विरोध करने वाले एगो ने सिनेमाघर के मालिकों को चेतावनी दिया कि वह जनहित को देखते हुए फिल्म को हटा ले, वरना आने वाले दिनों में सिनेमाघर के अंदर विरोध होगा.
फिल्म के डायलॉग को बताया टपोरी भाषा वाले डायलॉग
फिल्म आदिपुरुष का सबसे ज्यादा डायलॉग को लेकर हो रही है. फिल्म के डायलॉग को सुन लोगो की जनभावना आहत हो रही है. यही वजह है कि सोशल मीडिया के बाद अब लोग सड़क पर निकलकर प्रदर्शन कर रहे है. वाराणसी के भारत माता मंदिर से सिगरा क्षेत्र तक फिल्म के खिलाफ मार्च कर लोगो ने प्रदर्शन किया. फिल्म के डायलॉग को लेकर विरोध करने वाले इंजीनियर हेमंत राज बताते है कि जिस प्रकार की भाषा का प्रयोग भगवान और उनके आराध्य को बोलता हुआ दर्शाया गया है, वह माफी के लायक नही है. रामायण और रामचरित मानस के मर्यादित भाषा को अमर्यादित तरीके से फिल्म निर्माताओं ने पेश किया है. यदि फिल्म से टपोरी छाप भाषाओं और डायलॉग को नही हटाया जाता है, तो आने वाले दिनों में फिल्म के खिलाफ बड़ा आंदोलन देश की जनता करेगी.