यूपी 2022 विधानसभा चुनाव की तारीखो के ऐलान के बाद से ही उत्तर प्रदेश में सियासत तेज होती जा रही है। इसी बीच भाजपा के बड़े नेता स्वामी प्रसाद मौर्या ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। इसी के साथ कई और नेताओ के भी इस्तीफा देने की खबर सामने आ रही है। इस बीच योगी सरकार में विधायक बृजेश कुमार प्रजापति ने भी राष्ट्रीय अध्यक्ष को चिट्ठी लिखकर पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
बृजेश कुमार प्रजापति ने चिट्ठी में लिखा, अवगत कराना है कि भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश सरकार द्वारा अपने पूरे 5 वर्षो के कार्यकाल के दौरान मे दलित, पिछड़ो और अल्पसंख्यक समुदाय के नेताओं व जनप्रतिनिधियों को कोई तवज्जो नहीं दी गई और न ही उन्हे उचित सम्मान दिया गया। इसके अलावा प्रदेश सरकार द्वारा ही दलितों पिछड़ों किसानों व बेरोजगार नौजवानों और छोटे-लघु एवं मध्यम श्रेणी के व्यापारियों की भी घोर उपेक्षा की गई है। प्रदेश सरकार के ऐसे कूटनीति परक रवैये के कारण मै भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूँ। स्वामी प्रसाद मौर्या शोषित पीड़ितों की आवाज हैं और वह हमारे नेता हैं मै उनके साथ हूँ।
यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। स्वामी प्रसाद मौर्य ने कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा देकर समाजवादी पार्टी में शामिल हो गये हैं। स्वामी प्रसाद मौर्य के सपा में शामिल होने के बाद सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने ट्वीट कर इस बात की पुष्टि की है। स्वामी प्रसाद मौर्य का चुनाव से पहले अचानक इस्तीफा देना यूपी सरकार और भारतीय जनता पार्टी के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है।
स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे के बाद बीजेपी विधायक भगवती सागर ने भी इस्तीफा दिया है। भगवती सागर कानपुर के बिल्हौर से BJP विधायक हैं। कयास लगाये जा रहे हैं, विधायक भगवती सागर भी समाजवादी पार्टी में जाएंगे। इसके साथ बीजेपी विधायक ब्रजेश प्रजापति ने भी इस्तीफा दिया है। ब्रजेश प्रजापति बांदा के तिंदवारी से BJP विधायक हैं। ब्रजेश प्रजापति भी समाजवादी पार्टी में शामिल होंगे।