उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) द्वारा आयोजित की जाने वाली परीक्षाओं में शुचिता और पारदर्शिता बनाए रखने के लिए निम्नलिखित कदम उठाए गए हैं:
- परीक्षाओं का संचालन उच्च मानकों के अनुसार: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा केंद्रों का चयन इस प्रकार किया जा रहा है कि वहां किसी भी प्रकार की गड़बड़ी की संभावना न हो। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि केवल ऐसे केंद्रों पर ही परीक्षाएं आयोजित हों जहां किसी प्रकार की अनियमितताएं नहीं हो सकतीं।
- दूर-दराज के केंद्रों का चयन रोकना: पहले के दिनों में, दूर-दराज के परीक्षा केंद्रों पर कई प्रकार की गड़बड़ियां सामने आई थीं, जिससे योग्य छात्रों का भविष्य प्रभावित हो सकता था। इन्हीं समस्याओं को ध्यान में रखते हुए, आयोग ने इन केंद्रों को समाप्त करने का निर्णय लिया है ताकि केवल उन केंद्रों पर परीक्षाएं हो जहां सब कुछ सुव्यवस्थित और पारदर्शी हो।
- पारदर्शिता और मेरिट आधारित चयन: आयोग की प्राथमिकता है कि छात्रों का चयन पूरी तरह से मेरिट के आधार पर हो, और इस प्रक्रिया को पारदर्शी तरीके से किया जाए। यह प्रक्रिया अन्य प्रतिष्ठित आयोगों और संस्थानों द्वारा भी अपनाई जाती है, जो छात्रों के हितों की रक्षा करती है।
- दो पालियों में परीक्षा का आयोजन: परीक्षा के शुचिता को सुनिश्चित करने के लिए, आयोग ने अभ्यर्थियों के अनुरोध पर दो पालियों में परीक्षा आयोजित करने का निर्णय लिया है। इससे छात्रों को अधिक सुविधा और परीक्षा की प्रक्रिया में पारदर्शिता मिलती है।
- नकली सूचनाओं से सावधानी बरतना: कुछ असामाजिक तत्वों, अवैध कोचिंग संस्थानों और नकल माफिया द्वारा प्रतियोगी छात्रों को गलत जानकारी देने की कोशिश की जा रही है। छात्रों को ऐसी मिथ्या या भ्रामक सूचनाओं से सावधान रहना चाहिए और केवल आधिकारिक स्रोतों से जानकारी प्राप्त करनी चाहिए।
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग का यह कदम छात्रों के हित में है, और यह सुनिश्चित करता है कि परीक्षा प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी से बचा जाए, ताकि योग्य और मेहनती छात्रों को उनका हक मिल सके।