
यूपी विधानमंडल के मानसून सत्र में का आज का दिन महिला विधायको के लिए यादगार बन गया। पहली बार उत्तर प्रदेश विधानसभा में ऐसा सत्र हुआ जिसमें पूरा एक दिन सिर्फ महिलाओं के नाम रहा। विधानमंडल के मानसून सत्र का आज ब्रहस्पतिवार को चौथा दिन है। आज महिला विधायकों के लिए विशेष सत्र का आयोजन किया गया है। आज सदन में सभी विधायकों को उपस्थित रहने के लिए कहा गया था।
उत्तर प्रदेश में हुए विधान सभा चुनाव में इस बार नया रिकॉर्ड बना है। 403 सीटों में से 47 पर महिला विधायक चुनी गईं जो अभी तक विधानसभा में चुनी गई महिला विधायकों की संख्या में सबसे अधिक है । इसके पहले 2017 में सबसे ज्यादा 41 महिलाओं ने जीत हासिल की थी। बाद में अलग-अलग क्षेत्रों के लिए हुए उप-चुनाव में तीन अन्य महिलाओं ने भी जीत हासिल की थी। इस तरह से मौजूदा समय यूपी विधानसभा में 44 महिला सदस्य हैं। अब ये बढ़कर 47 हो गई है। इस बार चुनी गई 47 महिला विधायकों के लिए मानसून सत्र में इस बार एक दिन महिला विधायकों के नाम रखा गया।
कब-कब कितनी महिलाएं पहुंची विधानसभा?

आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में संबोधित करते हुए कहा कि सभी महिला सदस्यों को बधाई, आज का दिन बहुत ही विशेष है। आज सदन का दिन महिलाओं के नाम होगा। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सदन में नारी शक्ति का उद्भुत नजारा है, भारत में महिला-पुरुष दोनों को समान अधिकार, मातृ शक्ति से सब कुछ संभव है, आजादी के बाद महिलाओं के हक में काम हुए, झांसी की रानी पर पूरा यूपी गर्व करता है। उन्होने कहा कि राज्य सरकार मातृशक्ति कार्यक्रम चला रही, महिला शक्तिकरण के लिए कई कदम उठाए गए हैं।
दूसरी तरफ नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने संबोधित करते हुए कहा कि महिलाओं के लिए आज का दिन विशेष है, हमने यहां कई बदलाव देखे हैं, महिलाओं ने समय-समय पर अहम योगदान दिया, देश में पहली महिला मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश ने दिया, देश में अहम पदों पर महिलाएं रही हैं, महिलाओं ने आजादी की लड़ाई मजबूत की। उन्होने कहा कि आज महिलाओं के साथ अपराध हो रहे हैं, चर्चा के लिए सिर्फ एक दिन काफी नहीं, महिलाओं पर चर्चा के लिए पूरा सत्र भी कम है। अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार-विपक्ष-समाज को मिलकर काम करना होगा, कई घटनाएं परेशान करने वाली हैं,सरकार का विरोध करना मकसद नहीं हमारी सरकार में भी कुछ घटनाएं हुईं हैं।
यूपी विधानमंडल के मानसून सत्र का आज चौथा दिन है। मानसून सत्र में आज का दिन महिलाओं के नाम रहा। आज सत्र में सभी विधायकों को उपस्थित रहने को कहा गया था। आज के दिन सदन में बोलने का अवसर सिर्फ महिला विधायकों को दिया गया। प्रत्येक महिला सदस्य को न्यूनतम तीन और अधिकतम आठ मिनट तक का वक्त बोलने के लिए दिया गया।
इस दिन को खास बनाने के लिए 150 महिलाओं को कल विधानसभा में आमंत्रित किया गया था।
महिला विधायकों को सुनने के लिए विधानसभा अध्यक्ष सतीश माहाना ने KGMU से महिला डॉक्टर, AKTU से महिला शिक्षक विधि विश्वविद्यालयों से क़ानून की पढ़ाई करने वाली महिलाओं को सदन में आमंत्रित किया था।इन सभी महिलाओं को विधानसभा मंडप की 4 दर्शक की दीर्घाओं में बिठाया गया।









