
Uttrakhand: उत्तराखंड विधानसभा में संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल द्वारा पहाड़ी समाज को कथित रूप से अपमानजनक शब्द कहने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मच गया है, वहीं पहाड़ी समुदाय के लोग गुस्से में हैं और माफी की मांग कर रहे हैं।
पहाड़ियों को लेकर दिए बयान पर हंगामा
बताया जा रहा है कि देहरादून विधानसभा में मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल ने पहाड़ी लोगों के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया। जैसे ही यह बयान सार्वजनिक हुआ, कांग्रेस विधायक लखपत सिंह बुटोला ने सदन में इसका कड़ा विरोध किया और मंत्री से इस पर सफाई देने की मांग की।
स्पीकर ऋतु खंडूरी की सख्ती से बढ़ा विवाद
कांग्रेस विधायक लखपत सिंह बुटोला के विरोध के बाद विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी ने सदन में सख्ती दिखाते हुए मामले को शांत करने की कोशिश की। हालांकि, उन्होंने कांग्रेस विधायक को ही अनुशासन का पाठ पढ़ाया, जिससे विपक्ष और अधिक भड़क गया।
मंत्री और स्पीकर दोनों पर उठे सवाल
पहले से ही प्रेमचंद्र अग्रवाल के बयान से नाराज पहाड़ी समाज अब स्पीकर ऋतु खंडूरी के रुख से भी असंतुष्ट नजर आ रहा है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि विधानसभा अध्यक्ष को निष्पक्षता दिखानी चाहिए थी, लेकिन उन्होंने कांग्रेस विधायक के विरोध को नजरअंदाज कर दिया।
क्या मंत्री मांगेंगे माफी?
इस पूरे घटनाक्रम के बाद विपक्षी दलों ने सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है। पहाड़ी समुदाय के लोग और विपक्षी दल मंत्री से सार्वजनिक रूप से माफी की मांग कर रहे हैं। हालांकि, अब तक प्रेमचंद्र अग्रवाल की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। इस मामले में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है और आने वाले दिनों में इसका असर उत्तराखंड की राजनीति पर भी देखने को मिल सकता हैं.









