उत्तराखंड में मजार और लैंड जिहाद का मुद्दा तेजी के साथ तूल पकड़ रहा है. अवैध मजारों को तोड़ने के शासन के फैसले के बाद कांग्रेस इस मुद्दें को लेकर किनारा करती नजर आ रही है. उत्तराखंड कांग्रेस ने मजार और लैंड जिहाद के मुद्दे को लेकर सोमवार को बड़ा फैसला लिया. कांग्रेस की उत्तराखंड इकाई ने इस तरह के किसी भी मुद्दे पर कोई भी प्रतिक्रया या मीडिया डिबेट में शिरकत करने से प्रतिबन्ध लगा दिया है.
सोमवार को उत्तराखंड कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने निर्देश जारी किए. कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा के निर्देश के बाद अब उत्तराखंड कांग्रेस का कोई भी प्रवक्ता ना तो इन मुद्दों पर डिबेट में हिस्सा लेगा और ना ही कोई प्रतिक्रिया देगा. कांग्रेस मुख्य प्रवक्ता गरिमा दसोनी के अनुसार, 2024 से पहले इस तरह के मुद्दे बीजेपी का ट्रैप है. हमें इसमें नहीं फसना है वरना जरुरी मुद्दे खत्म हो जाएंगे.
दरअसल उत्तराखंड की धामी सरकार जगह-जगह सरकारी भूमि पर बने अवैध मजारों को लेकर एक्शन में है. आए दिन देवभूमि में अवैध मजारों पर बुलडोजर चलाएं जा रहे हैं. सरकारी भूमि पर अवैध मजारों को लेकर सीएम धामी ने कब्जाकर्ताओं को सख्त चेतावनी भी जारी की है. उत्तरखंड सरकार इस मामले को मजार जिहाद के रूप में देख रही है.
बहरहाल, कांग्रेस इस ध्यान भटकाने वाला मुद्दा मान रही है. उत्तराखंड कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने सोमवार को इसे बीजेपी का ट्रैप बताया. उन्होंने कहा कि ये सब मामले मुख्य मुद्दों से ध्यान भटकाने के तरीके है. वहीं उत्तराखंड कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने मजार और लैंड जिहाद के मुद्दे पर कांग्रेस प्रवक्ताओं को कोई भी प्रतिक्रया देने या मीडिया डिबेट्स में हिस्सा लेने पर प्रतिबन्ध लगा दिया.