किसानों ने एसडीएम का किया घेराव,खटीमा को बाढ़ आपदा क्षेत्र घोषित करने की मांग

किसानों ने बाढ़ आपदा से हुई फसल को भारी नुकसान का जल्द से जल्द सर्वे करवाकर मुआवजा दिए जाने की मांग की।

खटीमा में आठ जुलाई को आई भीषण बाढ़ आपदा के बाद अभी तक प्रभावित किसानों को मुआवजा न मिलने से आक्रोशित भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारी ने सैकड़ों किसानों के साथ उप जिलाधिकारी रविंद्र बिष्ट घेराव किया। किसानों ने बाढ़ आपदा से हुई फसल को भारी नुकसान का जल्द से जल्द सर्वे करवाकर मुआवजा दिए जाने की मांग की। किसानों ने बताया कि बाढ़ आपदा से पूरा खटीमा क्षेत्र प्रभावित हुआ है। इसी के चलते खटीमा क्षेत्र को बाढ़ आपदा क्षेत्र घोषित करना चाहिए।

वही भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष गुरसेवक सिंह, भाकियू चंडूनि के ब्लॉक अध्यक्ष मनजिंदर सिंह भुल्लर के नेतृत्व में सभी किसान खटीमा तहसील में पहुंचे, जहां किसानों ने बाढ़ आपदा से क्षेत्र में हुए भारी नुकसान के बारे में उप जिलाधिकारी रविंद्र बिष्ट को बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में किसानों के धान की फसल जलभराव के कारण खराब हो चुकी है। किसानों का कहना है कि उनके पास नए सिरे से धान रोपने के लिए बीज भी नहीं बची है। उत्तराखंड के किसान हरियाणा व पंजाब से रोपाई हेतु धान बीज महंगे दामों में लाने को मजबूर है। अब आपदा के बाद किसानों को दूसरी बार फसल लगाने में भी देरी हो रही है। किसानों ने राजस्व विभाग के लेखपाल पर भी मनमानी तथा अभद्रता का आरोप लगाया।

उप जिलाधिकारी ने दिया आश्वासन

खटीमा उप जिलाधिकारी रविंद्र बिष्ट ने किसानों को आश्वासन देते हुए कहा कि जल्द से जल्द क्षेत्र में जो भी बाढ़ आपदा से नुकसान हुआ है, उसका आकलन कर मुआवजा दिलाने की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि सर्वे करवाने के लिए राजस्व विभाग के पटवारी, कृषि विभाग के अधिकारियों, हॉर्टिकल्चर विभाग तथा गन्ना विभाग के अधिकारियों की संयुक्त बैठक हुई। 

Related Articles

Back to top button