शनिवार को सूत्रों से मिली खबर के मुताबिक लखनऊ विकास प्राधिकरण के पूर्व सचिव रामविलास यादव के घर पर उत्तराखंड विजिलेंस विभाग ने छापेमारी की. आइएएस रामविलास यादव पर आय से अधिक संपत्ति का आरोप है. इसी मामले में शनिवार को उत्तराखंड विजिलेंस की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए उनके कई ठिकानों पर छापेमारी की.
सूत्रों से प्राप्त ताजा जानकारी के मुताबिक, एलडीए के पूर्व सचिव रामविलास यादव के लखनऊ और देहरादून के सात ठिकानों पर एक साथ छापेमारी कर रही है. आईएएस यादव के खिलाफ बीते 19 अप्रैल को उनकी अकूत संपत्ति के लिए एक मुकदमा दर्ज हुआ था. आईएएस पर आरोप है कि उन्होंने अपनी आय से 500 प्रतिशत से अधिक संपत्ति बनाई है.
LDA के पूर्व सचिव रामविलास यादव वर्तमान में उत्तराखंड समाज कल्याण विभाग में अपर सचिव हैं. यूपी में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली BJP सरकार आते ही उन्होंने अपनी रसूख का इस्तेमाल करते हुए अपनी तैनाती उत्तराखंड में करा ली थी. इस बीच जनवरी 2019 में शासन ने उनके खिलाफ विजिलेंस में खुली जांच के आदेश दिए थे.
इस मामले में आईएएस यादव को पूछताछ के लिए विजिलेंस टीम ने कई बार नोटिस जारी कर बुलाया भी था लेकिन मौके पर वो कभी उपस्थित नहीं हुए. प्रशासन इनकी अकूत संपत्ति के रहस्य को जानने के लगातार प्रयास किये लेकिन पूछताछ के लिए बनी तमाम कमेटियों को वो चकमा देते रहे और विजिलेंस से बचते रहे. बहरहाल, अब मामले की जांच ने तूल पकड़ा है और जल्द ही इसका खुलासा हो सकता है की आखिर उनकी संपत्ति 500 गुना कैसे बढ़ गई?