
देहरादून; उत्तराखंड के एक छोटे से गांव में रहने वाली सृष्टि लखेड़ा ने प्रदेश का नाम राष्ट्रीय स्तर पर रोशन किया है. सृष्टि के निर्देशन में बनी फिल्म ‘एक था गांव’ गांव को बेस्ट नॉन फीचर अवॉर्ड मिला है. फिल्म को अवॉर्ड मिलने की घोषणा 69वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार वितरण के दौरान हुई, जिससे फिल्म निर्माताओं की खुशी का ठिकाना नहीं रहा.
देहरादून
— भारत समाचार | Bharat Samachar (@bstvlive) August 25, 2023
➡️69वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की हुई घोषणा
➡️उत्तराखंड की बेटी सृष्टि लखेड़ा की फिल्म को अवॉर्ड
➡️‘एक था गांव’ को बेस्ट नॉन फीचर फिल्म का अवॉर्ड
➡️सृष्टि ने किया है इस फिल्म का प्रोडक्शन,निर्देशन
➡️टिहरी के कीर्तिनगर ब्लॉक के सेमला गांव निवासी है#Dehradun pic.twitter.com/mTD80aL6Gp
सृष्टि लखेड़ा टिहरी जिले के कीर्तिनगर ब्लॉक के सेमला गांव की रहने वाली हैं. सृष्टि लखेड़ा के प्रोडक्शन और निर्देशन में बनी है को फिल्म का राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान मिलना अपने आप में बड़ी बात है. गढ़वाली और हिंदी भाषा में बनी इस फिल्म में पलायन के चलते खाली हो चुके गांव की कहानी को फिल्माया गया है.
वर्तमान समय में ऋषिकेश में रह रही सृष्टि ने पलायन का दंश झेला है. इसी दर्द को उन्होंने अपने फिल्म में भी दर्शाया है. फिल्म में दर्शाया गया है कैसै एक खुशहाल गांव जिसमें 40 परिवार अपनी जरूरतों के कारण पलायन को मजबूर हुए. 1 घंटे की इस फिल्म में पलायन की मार्मिक प्रस्तुति की गई है.








