
Uttarkashi Dharali village flood. उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में लगातार हो रही बारिश ने एक बार फिर तबाही का मंजर सामने ला दिया है। उत्तरकाशी जिले के धराली गांव में सोमवार देर रात बादल फटने से भारी तबाही मच गई। खीरगंगा नदी में अचानक आए उफान ने गांव के कई हिस्सों को अपनी चपेट में ले लिया। अब तक 12 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि कई अन्य अभी भी लापता हैं। मलबे और पानी के सैलाब ने रिहायशी इलाकों, होटलों और दुकानों को तहस-नहस कर दिया है।
खीरगंगा नदी का रौद्र रूप, वायरल हुए तबाही के वीडियो
बादल फटने की घटना के बाद सोशल मीडिया पर जो वीडियो सामने आए हैं, वे बेहद भयावह हैं। वीडियो में खीरगंगा नदी का उफनता पानी घरों, दुकानों और होमस्टे को बहाता नजर आ रहा है। पानी की रफ्तार इतनी तेज थी कि कई मकान चंद मिनटों में पूरी तरह जमींदोज हो गए। स्थानीय लोगों ने बताया कि आधी रात के वक्त जब सब सो रहे थे, तभी अचानक तेज गड़गड़ाहट और पानी की गर्जना सुनाई दी, जिसके बाद अफरा-तफरी मच गई।
धराली गांव बना तालाब, पूरा इलाका जलमग्न
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, पूरा धराली गांव मानो एक विशाल तालाब में बदल गया है। कीचड़, मलबा और पानी गांव के हर कोने में फैला हुआ है। बिजली और संचार सेवाएं ठप हो चुकी हैं। राहत-बचाव दलों को कई स्थानों पर पहुंचने में कठिनाई हो रही है, क्योंकि सड़कें और पुल क्षतिग्रस्त हो चुके हैं।
सेना, NDRF और SDRF की टीमें मौके पर तैनात
घटनास्थल पर सेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें तेजी से राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं। अब तक 12 शव बरामद किए जा चुके हैं, जबकि कई अन्य लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। जिला प्रशासन की ओर से हेलीकॉप्टर सहायता के लिए एयरफोर्स को पत्र भेजा गया है, ताकि ऊंचाई वाले इलाकों में फंसे लोगों को निकाला जा सके।
उत्तरकाशी के डीएम बोले : हालात बेहद गंभीर, सतर्क रहें
उत्तरकाशी के जिलाधिकारी ने घटना को अत्यंत गंभीर बताया है और लोगों से अपील की है कि वे किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें। प्रभावित क्षेत्र में राहत कैंप स्थापित किए जा रहे हैं। इसके साथ ही आसपास के गांवों को अलर्ट मोड पर रखा गया है, क्योंकि लगातार बारिश की वजह से भूस्खलन और जलस्तर बढ़ने की आशंका बनी हुई है।
मुख्यमंत्री ने हालात पर जताई चिंता, हरसंभव मदद का भरोसा
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हालात पर चिंता जताते हुए उच्चाधिकारियों को मौके पर भेजने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि प्रभावितों को हरसंभव मदद दी जाएगी और सरकार बचाव कार्यों की निगरानी कर रही है।








