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जनपद उत्तरकाशी का सिल्क्यारा टनल जहां पिछले 14 दिनौ से 41 मजदूर टनल के अन्दर बन्द है। रेस्क्यु अभियान युद्ध स्तर पर जारी है माना जा रहा है कि यहा रेस्क्यु अभियान भारत का सबसे बडा अभियान है, जिसमे केन्द्र, राज्य एवं विदेशी एजेंसियां बचाव मे लगी हुई है।
अबतक 48 मीटर तक ह्यूम पाईप विछाये गये है, मगर पिछले तीन दिनों मे 9 मीटर की पाईप लाईन विछाने के लिए कोशिश हो रही है पर कामयाबी हासिल नही हो पा रही है। कभी पाईप मुड जा रहा है तो कभी ऑगर मशीन का कटर डैमेज हो रहा है, ऐसे मे अब बचाव दल दूसरे प्लान पर भी काम कर रहा है गनीमत यह है कि अभी तक सभी मजदूर सुरक्षित है।
इस हादसे को देखते हुए अब भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण सुरक्षा और गुणवत्ता के मनको का पालन करने के लिए देशभर में सभी 29 निर्माणाधीन सुरंग का सुरक्षा ऑडिट करेगी सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने 7 दिनों के भीतर रिपोर्ट सौपने को कहा है। मंत्रालय का बयान 12 नवंबर को उत्तरकाशी में निर्माणाधीन सिलक्यारा टनल भीतर के एक हिस्से भूस्खलन के बाद आया है।
भाजपा वरिष्ठ नेता ज्योति प्रसाद गैरोला का कहना है कि सिलक्यारा मामले के बाद अब प्रदेश सरकार भी प्रदेश में बन रही टनल का सोशल एडिट करवाएगी लेकिन अभी हमारी प्राथमिकता सिलक्यारा में फंसे 41 मजदूरों को सकुशल बाहर निकलना है।