भारतीय वायुसेना के अधिकारियों ने शुक्रवार को मीडिया को बताया कि तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हेलिकॉप्टर हादसे में जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की हालत गंभीर लेकिन स्थिर है। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह तमिलनाडु के वेलिंगटन सैन्य अस्पताल से उन्नत उपचार के लिए रेफर किये गए थे जिसके बाद बेंगलुरु के कमांड अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है।
बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर के पास एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर दुर्घटना में CDS बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका और 11 अन्य सैन्य अफसरों शहीद ही गए थे। इस दुर्भाग्यपूर्ण और भीषण हेलीकॉप्टर दुर्घटना में एक मात्र जीवित बचें ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए थे जिन्हे सेना के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। शुरुआत में उन्हें सड़क के रस्ते एम्बुलेंस में सुलूर ले जाया गया और फिर बेहतर इलाज के लिए बेंगलुरु भेज दिया गया था।
42 वर्षीय ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह,वायु सेना के एक जांबाज अधिकारी हैं। दुर्घटना का शिकार हुए भारतीय वायुसेना के एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर में भारत के सबसे वरिष्ठ सैन्य अधिकारी दिवंगत जनरल बिपिन रावत और अन्य सैन्य अफसरों के साथ एक संपर्क अधिकारी के रूप में सवार थे। पिछले साल उनके तेजस हल्के लड़ाकू विमान में एक बड़ी तकनीकी खराबी आने के बाद एक संभावित मध्य-हवाई दुर्घटना को टालने के लिए उन्हें अगस्त में शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था।