
लखनऊ- वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन बड़े ही कमाल की ट्रेन है.इसे भारत की अच्छी और हाईटेक ट्रेनों की कैटेगरी में रखा जा सकता है. नीले और सफेद रंग के कंट्रास्ट के साथ इसका लुक बड़ा ही अमेजिंग लगता है.पूरी ट्रेन यात्रियों के लिए सुविधाओं से लैस है.ट्रेन में यात्रा करने वाले लोगों को ये ट्रेन हर तरीके से भा जाएगी.
ट्रेन वाकई में प्रशंसा के लायक है, और इसी कड़ी में पूर्वोत्तर रेलवे की पहली वंदे भारत का आज ट्रायल किया गया. गोरखपुर से लखनऊ तक ट्रेन का ट्रायल हो रहा है.वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चारबाग रेलवे स्टेशन पहुंची.बता दें कि सवा 4 घंटे में वंदे भारत गोरखपुर से लखनऊ पहुंची. शाम को फिर ट्रेन गोरखपुर के लिए रवाना होगी.
ट्रायल के साथ-साथ ट्रेन को सात जुलाई को हरी झंडी मिल सकती है. ट्रेन के रफ्तार की बात की जाए तो दूसरे ट्रेनों के मुकाबले में ये जल्दी पहुंचाएगी. जहां अमूमन 280 किमी. की दूरी को तय करने में अन्य ट्रेंने 5 से 7 घंटे लेती हैं. वहीं ये ट्रेन उनसे जल्दी और स्मूद तरीके से यात्रियों को उनकी जगह तक पहुंचाएगी.
वंदे भारत ट्रेन की खासियत
लखनऊ से गोरखपुर का सफर अब और ज्यादा आसान हो जाएगा.क्योंकि इस रुट पर अब वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन जो चलने लगेगी. वंदे भारत ट्रेन की सुविधाओं की बात करें तो बाहर से देखने में बुलेट ट्रेन के मॉडल की बनी ये ट्रेन के अंदर कई तरीके की खासियत है.ट्रेन के अंदर एंट्री मारने के साथ ही बिल्कुल लग्जीरियस फिलिंग आती है. सेंसर वाले दरवाजे के साथ फुली ऐसी वाली ये ट्रेन है. नीला,सफेद और ग्रे रंग के कंट्रास्ट में अंदर का पूरा लुक दिखाई देता है. साथ ही काफी आरामदायक नीले रंग की सीटें है.
टॉयलेट एरिया को भी खास तौर पर डिजाइन किया गया है. इसके अलावा ट्रेन का कैंटीन सेक्शन भी काफी स्पेशल लगा रहा है. बड़े-बड़े विंडो वाले शीशे की खिड़कियां भी है. आसान सी भाषा में कहा जा सकता है कि ट्रेन में प्लेन वाली सुविधाएं मौजूद है.
स्वदेशी रुप से तैयार की गई ये ट्रेन बड़ी ही अनोखी है. ट्रेन में मिलने वाला खाना भी टिकट में ही शामिल है. यात्रा करने वाले यात्रियों को चाय और नाश्ते के साथ खाना भी परोसा जाएगा. ओटोमेटिक खुलने वाले दरवाजे इस ट्रेन की शान को और बढ़ा देते है. बताया जा रहा है कि लखनऊ से गोरखपुर तक का किराया करीब 2 से ढाई हजार के बीच हो सकता है.