
छात्रसंघ चुनाव कॉलेजों में राजनीती की शुरुआत करने की एक माध्यम के तौर पर देखा जाता है लेकिन अधिकांशतः इस तरीके के चुनावों में लोकतंत्र का बुनियादी ढांचा बहुत लचर और कमजोर दिखाई देता है। ताजा मामला, वाराणसी के काशी विद्यापीठ स्नातकोत्तर महविद्यालय में छात्रसंघ चुनावों को लेकर प्रकाश में आया है। यहां छात्र संगठन खुलेआम कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ाते नजर आये।
दरअसल, महाविद्यालय में शनिवार को छात्रसंघ चुनाव का नामंकन चल रहा था। यहां बीजेपी समर्थित छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्र जमकर कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ाते नजर आये और खुलेआम अव्यस्था फैलाते हुए देखे गए। बड़ी बात यह है कि जब बीजेपी छात्र संगठन और इसके कार्यकर्ता छात्रसंघ चुनाव के नाम पर जब कानून व्यवस्था का मजाक बना रहे थे तो वहां उपस्थित सिगरा थाने की पुलिस मूकदर्शक बनी रही।
जिन पुलिसवालों पर कानून व्यवस्था बनाये रखने की जिम्मेदारी है, उन्होंने इस हुड़दंग को रोकने की कोशिश भी नहीं की। खुलेआम, बीजेपी छात्र संगठनों और इसके कार्यकर्ताओं ने बिना प्रशासन से अनुमति लिए नामांकन जलूस निकाला और हूटर लगाकर गाड़ियों पर सवार हुए कार्यकर्ता नारेबाजी करते देखे गए। वाराणसी के महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में जल्द ही छात्रसंघ चुनाव होने वाले हैं, जिसके लिए शनिवार को नामांकन दाखिल हुए इस दौरान छात्र संगठनों और कार्यकर्ताओं को अव्यवस्था फैलाते देखा गया।