वाराणसी। उत्तर प्रदेश पुलिस अपने कारनामों से आए दिन सुर्खियों के बनी रहती है।कभी फर्जी गिरफ्तारी तो कभी फर्जी मुकदमे को लेकर आए दिन खबरे सामने आती हैं,लेकिन वाराणसी कमिश्नरेट की पुलिस पर एक चौकी इंचार्ज पर गैंग बनाकर लूट के आरोप से पूरे महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। दरअसल वाराणसी के कैंट थाना क्षेत्र के नदेसर चौकी प्रभारी सूर्य प्रकाश पांडेय पर अपने साथियों के साथ फर्जी क्राइम ब्रांच की टीम बता जांच का हवाला देकर ज्वेलरी व्यापारी से 42 लाख 50 हजार रुपए की लूट की घटना को अंजाम दिया गया। घटना की जांच के दौरान सर्विलांस के माध्यम से चौकी प्रभारी के संदिग्ध मिलने पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए हिरासत में लिया, तो पूरे प्रकरण का सच वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस के सामने आया। वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस ने आरोपी दरोगा और उसके दो साथियों को गिरफ्तार कर उनके पास से लूट के 42 लाख 50 हजार रुपए में से 8 लाख रुपए के साथ दो पिस्टल के और जिंदा कारतूस बरामद किया।
फर्जी क्राइम ब्रांच की जांच के नाम पर दरोगा ने किया लूट
वाराणसी और चंदौली जनपद के नेशनल हाईवे पर लूट की यह घटना 21 जून की रात को ज्वेलरी व्यापारी के साथ हुई थी। बस में बैठे ज्वेलरी व्यापारी को पिस्टल के बल पर दरोगा और उसके साथियों ने बस से उतारा और खुद को क्राइम ब्रांच का बताते हुए उसकी तलाशी ली। ज्वेलरी व्यापारी के पास से उन्हें कुल 93 लाख रुपए मिले, जिसमे से दरोगा ने अपने साथियों के साथ 42 लाख 50 हजार रूप लूट लिए और बाकी पैसे व्यापारी को वापस कर दिया। घटना को लेकर काशी जोन के डीसीपी गौरव बंसवाल ने बताया कि पकड़े गए अभियुक्तों से पूछताछ में पता चला कि पहले दरोगा का एक साथ व्यापारी की रेकी कर लिया और व्यापारी जिस बस से जा रहा था उसमे वह भी सवार हो गया था। नेशनल हाइवे पर जब बस पहुंची तो रामनगर थाना क्षेत्र भीटी के पास बस को रुकवाकर आरोपी दरोगा सूर्य प्रकाश पांडेय अपनी वर्दी का रौब दिखाते और क्राइम ब्रांच की जांच बताते हुए व्यापारी को बस से उतारा और लूट की घटना को अंजाम दिया।
विवेचना से हस्तक्षेप और सर्विलांस में दरोगा का नंबर आने पर गहराया शक, जांच टीम को मिले दरोगा के खिलाफ साक्ष्य
नेशनल हाइवे पर हुई लूट की घटना की रिपोर्ट वाराणसी के रामनगर थाने में दर्ज किया गया। इस घटना के विवेचक से बार बार घटना के बारे में जानकारी लेने और सर्विलांस में नदेसर चौकी प्रभारी का नंबर आने पर जांच टीम का शक चौकी प्रभारी सूर्य प्रकाश पांडेय पर गहराया। ऐसे में इस शक को लेकर एसओजी और रामनगर थाने की पुलिस ने जांच शुरू किया, तो चौकी प्रभारी और उसके साथियों के खिलाफ साक्ष्य मिले। इसकी जानकारी उच्वाधिकारियों को जांच टीम ने दिया और रामनगर क्षेत्र से आरोपी दरोगा सहित उसके दो साथियों को लूट के 8 लाख रुपए और दो पिस्टल के साथ गिरफ्तार किया। आरोपी दरोगा पर विभागीय जांच के साथ एसओजी और उच्चाधिकारी पूछताछ में जुट गए है, तो वही अन्य दो साथियों को पुलिस ने विधिक कार्रवाई करते हुए जेल भेज दिया है। वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस के नदेसर चौकी प्रभारी के द्वारा लूट की घटना को अंजाम देने की घटना पूरे शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है।