मां के साथ सब्जी बेच कर जीवन यापन करने वाली मध्य प्रदेश केछिंदवाड़ा जिले की वर्षा ने 12वीं में 92% अंक प्राप्त कर जिले में टॉप किया। वर्षा ने अपने जीवन में बहुत संघर्ष किया। उसके संघर्ष की कहानी सुनकर हर कोई भावुक हो गया। दरसल वर्षा के परिवार की हालत सही न होने के कारण उसे ये सब देखना पड़ रहा था। उसके पिता काम नहीं कर पाते है, इसलिए वर्षा अपनी माँ के साथ फुटपाथ पर बैठ के सब्जी बेचती है।
वर्षा छिंदवाड़ा शहर के श्रीवास्तव कॉलोनी में अपने माता – पिता के साथ रहती है। अपने घर से थोड़ी दूर पर ही वो अपनी मां के साथ फुटपाथ पर सब्जी बेचती है। वर्षा ने अपनी इस हालत को कभी खुद पर हावी नहीं होने दिया और इस काम के साथ -साथ उसने अपना पूरा ध्यान पढाई पर दिया।
वर्षा छिंदवाड़ा के विद्या निकेतन में पढ़ती है. वर्षा कोरोना काल के कारण 2 साल से अपनी स्कूल की फीस देने में असमर्थ थी। 2 साल से वर्षा के घर की हालत बहुत बुरी थी। वर्षा के परिवार में माता -पिता छोटे भाई और बड़ी बहन का बेटा है। कोरोना काल में ही वर्षा की बहन की ब्रेन ट्यूमर होने की वजह से मौत हो गयी। उसके साथ उसके बेटे कि भी ज़िम्मेदारी वर्षा के परिवार पर आ गयी।इन सब कठिनाइयों को देखते हुए भी वर्षा ने हिम्मत नहीं हारी और अपनी पढाई जारी राखी। वर्षा का लक्ष्य है की वो आईएएस अधिकारी बनकर ही रहेगी.