हम बाबर की औलादों के पैर नहीं छूते, भगवान श्रीराम के वंशजों से वोट मांगते हैं, अयोध्या में बोले बीजेपी के मंत्री

अयोध्या में भाजपा मंत्री कुंवर बृजेश सिंह का विवादित बयान : "बाबर की औलादों" के पैर नहीं छूते, बल्कि भगवान श्रीराम के वंशजों से वोट मांगते हैं।

अयोध्या में एक कार्यक्रम के दौरान योगी आदित्यनाथ सरकार में लोक निर्माण विभाग के राज्य मंत्री कुंवर बृजेश सिंह ने एक बार फिर विवादित बयान देकर सुर्खियां बटोरीं। उन्होंने मंच से कहा कि भाजपा के नेता वोट मांगने के लिए “बाबर की औलादों” के पैर नहीं छूते, बल्कि भगवान श्रीराम के वंशजों से वोट मांगते हैं। उनका यह बयान राजनीतिक और सामाजिक हलकों में तीखी बहस का कारण बन गया है।

भाजपा की जीत और भगवान राम का आशीर्वाद

मंच से बोलते हुए कुंवर बृजेश सिंह ने कहा कि 2014 से भाजपा की सभी जीत संगठन और भगवान श्रीराम के आशीर्वाद से संभव हुई हैं। उन्होंने दावा किया कि भाजपा की सफलता का आधार पार्टी कार्यकर्ताओं की मेहनत और भगवान राम की कृपा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि भाजपा केवल “भगवान राम के वंशजों” से वोट मांगती है और “बाबर की औलादों” से नहीं।

2017 के बयान का जिक्र

मंत्री कुंवर बृजेश सिंह ने अपने 2017 के बयान का भी जिक्र किया, जिसमें उन्होंने विवादित टिप्पणी की थी। उन्होंने गर्व से कहा कि उस बयान के कारण उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। उस समय उन्होंने लोगों से अपील की थी कि “भारत माता की जय” के नारे इतनी तेज लगाएं कि उसकी गूंज देवबंद से होते हुए पाकिस्तान तक सुनाई दे। उन्होंने कहा कि यह नारा पाकिस्तान के शासकों को यह एहसास दिलाएगा कि भारत माता की रक्षा करने वाले राज्य का उदय हो चुका है।

मंच से दिया बड़ा बयान

मंत्री ने अपने संबोधन में कहा, “हम बाबर की औलादों से पैर छूकर वोट नहीं मांगते। हम वोट मांगते हैं भगवान राम के वंशजों से।” उनका यह बयान सांप्रदायिक तनाव बढ़ाने वाला माना जा रहा है। यह बयान उस समय आया है, जब अयोध्या राम मंदिर निर्माण के अंतिम चरण में है और रामलला के भव्य मंदिर के उद्घाटन की तैयारी हो रही है।

सामाजिक और राजनीतिक प्रतिक्रिया

कुंवर बृजेश सिंह के बयान पर तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। विपक्षी दलों ने इसे भाजपा की “ध्रुवीकरण की राजनीति” का हिस्सा बताया। कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने इसे देश के सामाजिक ताने-बाने को नुकसान पहुंचाने वाला बयान करार दिया। वहीं, भाजपा समर्थकों का मानना है कि यह बयान पार्टी के हिंदुत्व के एजेंडे को मजबूत करता है।

”भारत माता की जय” के नारे का महत्व

2017 के बयान को याद करते हुए मंत्री ने कहा कि उन्होंने लोगों से “भारत माता की जय” का नारा इतनी जोर से लगाने को कहा था कि वह पाकिस्तान के शासकों के महलों तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि यह नारा भारत की ताकत और आत्मनिर्भरता का प्रतीक है।

भाजपा के कार्यकर्ताओं की भूमिका

अपने भाषण में मंत्री ने भाजपा कार्यकर्ताओं की भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा कि भाजपा की सफलता का श्रेय कार्यकर्ताओं की मेहनत और भगवान श्रीराम के आशीर्वाद को जाता है। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता और कार्यकर्ता केवल भगवान राम के आदर्शों पर चलकर ही जनता का विश्वास जीत सकते हैं।

2017 के मुकदमे का जिक्र

मंत्री ने यह भी बताया कि उनके 2017 के बयान के बाद उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। उन्होंने इसे “देशभक्ति” और “हिंदुत्व” के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का परिणाम बताया। उन्होंने कहा कि वह अपने विचारों और सिद्धांतों पर अडिग हैं और किसी भी विरोध का सामना करने के लिए तैयार हैं।

Related Articles

Back to top button