पश्चिम बंगाल : चक्रवात ‘जवाद’ निपटने के लिए खाली कराये जा रहे हैं तटीय इलाके, हो रही है भारी बारिश…

चक्रवात जवाद से होने वाली संभावित तबाही के लिहाज से पश्चिम बंगाल सरकार ने शनिवार को दक्षिण 24 परगना और पुरबा मेदिनीपुर जिलों के तटीय क्षेत्रों से हजारों लोगों को निकाला और बड़े समुद्री रिसॉर्ट्स में पर्यटकों से समुद्र तटों से दूर रहने का आग्रह किया। दरअसल, चक्रवात जवाद में हवा की रफ्तार बढ़ रही है और इसके भयावह स्वरुप से बड़ी संभावित तबाही की संभावना को देखते हुए पश्चिम बंगाल की ममता सरकार अब इससे बचाव सम्बंधित रणनीतियों पर जरुरी कदम उठा रही हैं।

भारत मौसम विभाग ने कहा कि महानगर, उत्तर और दक्षिण 24 परगना, पुरबा और पश्चिम मेदिनीपुर, झारग्राम, हावड़ा और हुगली जिलों में कई स्थानों पर सुबह से ही हल्की बारिश हो रही है। जवाद ‘पिछले छह घंटों के दौरान 4 किमी प्रति घंटे की गति के साथ थोड़ा उत्तर की ओर बढ़ा और विशाखापत्तनम (आंध्र प्रदेश) से लगभग 230 किमी दक्षिण-दक्षिण पूर्व में, गोपालपुर (ओडिशा) से 340 किमी दक्षिण में, पुरी (ओडिशा) से 410 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में, पारादीप (ओडिशा) से 490 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में सुबह 5.30 बजे, केंद्रित हो गया।

चक्रवातीय तूफान ‘जवाद’ ने ‘ओडिशा-आंध्र प्रदेश तट पर अपने सबसे विध्वंसक रूप में है और मौसम वैज्ञानिकों ने यह बताया है कि इसके पश्चिम बंगाल तट भी टकराने की संभावना है लिहाजा एहतियात के तौर पर राज्य सरकार क्रियाशील है। पश्चिम बंगाल सरकार के एक अधिकारी ने कहा कि दक्षिण 24 परगना और पुरबा मेदिनीपुर जिलों में प्रशासन ने तटीय क्षेत्रों से लगभग 11,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है, जबकि मछुआरों के साथ नावें काकद्वीप, दीघा, शंकरपुर और अन्य तटीय क्षेत्रों से लौट आईं।

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