
कोविड, मंकी वायरस और अब नया वेस्ट नाइल फीवर! देश में अब इस नए वायरस का प्रकोप फैलता नज़र आ रहा है। अचानक ये चिंता का कारण तब बन गया जब केरल में एक 57 वर्षीय व्यक्ति की आज इसके कारण मौत की ख़बर आई। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने इसके लिए तुरंत दिशा-निर्देश जारी किए हैं और लोगों को सावधान रहने के लिए कहा है।
स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि इंसानों में ये वेस्ट नाइल फीवर क्यूलेक्स प्रजाति के मच्छरों के कारण फैलता है। ऐसा नहीं है कि ये वायरस भारत में पहली बार पाया गया है, बल्कि तीन साल पहले, यानि साल 2019 में भी केरल राज्य में ही इससे एक 19 वर्षीय शख़्स की मौत हो चुकी है और देश में सबसे पहले 2011 में ये सामने आया था।
बताया जा रहा है कि ये ख़तरनाक वायरस सबसे पहले साल 1937 में युगांडा में फैला था। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का कहना है कि पिछले 50 सालों में इस वायरस ने दुनियाभर के कई देशों को अपनी चपेट में लिया है।
इस बिमारी के लक्षणों की बात करें तो इसकी चपेट में आने वाले इंसान को बुख़ार, सिरदर्द, उल्टी, शरीर में अकड़न, अत्यधिक थकान और कभी-कभी शरीर में लाल चकत्ते पड़ जाना महसूस हो सकता है। इसका एक लक्षण अचानक पैरालिसिस भी है। फिलहाल, करण की स्वास्थ्य मंत्री विणा जॉर्ज ने कहा है कि सभी राज्यों को इससे सावधान रहने की चेतावनी दे दी गई है।









