महाकुंभ को लेकर क्या है रेलवे की तैयारी

जनवरी 2025 में आयोजित होने वाले महाकुंभ को लेकर रेलवे की अपनी तैयारी में जुटा है।

जनवरी 2025 में आयोजित होने वाले महाकुंभ को लेकर रेलवे की अपनी तैयारी में जुटा है। उत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल की ओर से प्रयाग जंक्शन स्टेशन पर भी तेजी से निर्माण कार्य किए जा रहे हैं। ‌ डीआरएम लखनऊ मंडल एस एम शर्मा का दावा है कि निर्माण कार्यों की प्रगति संतोषजनक है। उन्होंने कहा है कि अगले 30-35 दिनों में निर्माण कार्य पूरे कर लिए जाएंगे। डीआरएम के मुताबिक महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए राज्य सरकार के समन्वय से क्राउड मैनेजमेंट प्लान तैयार किया जा रहा है। श्रद्धालुओं के आने और जाने के मार्ग तय किए जा रहे हैं। इसके साथ ही साइनेज लगाने का भी स्थान चिन्हित हो रहा है। महाकुंभ में तैनाती वाले रेलवे स्टाफ को भी ट्रेनिंग दी जा रही है, जो कि महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को गाइड करेंगे। उनके मुताबिक भीड़ को नियंत्रित करने के लिए फेस रिकॉग्निशन कैमरे और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का भी प्रयोग किया जाएगा। इससे भीड़ के बारे में सही जानकारी होगी और उसे नियंत्रित भी किया जा सकेगा। ‌

वहीं हाल के दिनों में रेलवे ट्रैक पर पत्थर और सिलेंडर जैसी वस्तुएं रखकर ट्रेन पलटाने की हुई साजिश को लेकर डीआरएम ने कहा है कि आरपीएफ और जीआरपी ट्रैक की सिक्योरिटी को लेकर पूरी तरह से अलर्ट है। इसके अलावा स्टेट पुलिस के साथ भी रेलवे की बातचीत हुई है। उन्होंने कहा कि रेलवे और डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन मिलकर ट्रैक की सुरक्षा की चुनौती से निबटेगा। इसके अलावा महाकुंभ के दौरान स्टेशनों पर एंट्री और एग्जिट के प्वाइंट को सीमित किया जाएगा। स्टेशनों के आसपास जो अवैध निर्माण थे उनको भी हटाया गया है। लेबल क्रासिंग गेट्स के आसपास भी दीवार खड़ी की जाएगी। प्रयाग जंक्शन से संगम तक रेलवे लाइन के किनारे दीवार बनाए जाने से लोग ट्रैक पर नहीं आ सकेंगे। प्रयाग जंक्शन स्टेशन पर 850 आरपीएफ के जवानों की तैनाती की जाएगी।

जबकि कमर्शियल के भी 450 के करीब स्टाफ तैनात किए जाएंगे। ट्रैक की मॉनिटरिंग के लिए इंजीनियरिंग विभाग के कर्मचारी गश्त पर रहते हैं। डीआरएम के मुताबिक अगर रेलवे ट्रैक पर कोई संदिग्ध वस्तु दिखाई दे तो लोगों को भी तत्काल रेलवे स्टाफ, आरपीएफ और जीआरपी को सूचित करना चाहिए। रेलवे के एक्स हैंडल पर भी पोस्ट कर लोग जानकारी दे सकते हैं। ऐसी किसी भी सूचना पर तत्काल एक्शन लिया जाएगा। डीआरएम के मुताबिक रेलवे ट्रैक पर जहां पत्थर और अन्य वस्तुएं रखी गई थी वहां आसपास के गांव में जाकर लोगों की काउंसलिंग की गई है। उनको यह समझाया गया है कि रेलवे आपकी संपत्ति है इसकी सुरक्षा और सुरक्षा की जिम्मेदारी आपकी है।

डीआरएम लखनऊ मंडल एस एम शर्मा के मुताबिक महाकुंभ को लेकर प्रयाग स्टेशन पर आधारभूत यात्री सुविधाओं में इजाफा किया जा रहा है। उनके मुताबिक इस बार महाकुंभ में पिछले कुंभ की तुलना में ज्यादा श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। मौनी अमावस्या पर ही 5 से 6 करोड़ श्रद्धालु आ सकते हैं। इसके लिए रेलवे ने होल्डिंग एरिया को बढ़ाया है। ताकि श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ने पर उन्हें अलग-अलग प्लेटफार्मों पर भेजा जा सके। महाकुंभ में इस बार बड़ी संख्या में लोग अयोध्या भी जाएंगे। इसके चलते प्रयाग जंक्शन स्टेशन से अयोध्या के लिए स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगेई। इसके अलावा लखनऊ और जौनपुर दिशा में भी स्पेशल मेला ट्रेनें चलाई जाएंगी। महाकुंभ के मद्देनजर टिकट काउंटर की संख्या भी बढ़ाई जाएगी। इसके अलावा ऑटोमेटिक टिकट वेंडिंग मशीनें भी लगाई जाएंगी। डीआरएम लखनऊ मंडल ने इस दौरान प्रयाग जंक्शन से लखनऊ तक विंडो इंस्पेक्शन भी किया।

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