
जब पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात अमेरिका में हुई तो कई मुद्दों पर चर्चा की गई। जिनमें व्यापार और रक्षा के क्षेत्र में डील को लेकर बातचीत हुई। इसी बातचीत का हिस्सा भारतीय वायुसेना को स्टेल्थ फाइटर एयरक्राफ्ट F-35 की डील को लेकर भी बात शुरू हुई। 13 फरवरी को राष्ट्रपति ट्रंप ने दुनिया के सबसे उन्नत सैन्य विमानों में से एक माने जाने वाले अपने F-35 स्टेल्थ फाइटर्स को बेचने की इच्छा जाहिर की।
तुर्की ने बताया ये ट्रंप का दोहरा चरित्र
ट्रंप के इस ऐलान के बाद दो पाकिस्तान और तुर्की में काफी गुस्सा देखने को मिल रहा है। इस फैसले से दोनों देशों में हड़कंप सा मच गया है। ऐसा इसलिये क्योंकि जब भारत ने जिसे रूस से एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम खरीदे थे तब से उसे अमेरिका ने भविष्य में अपने स्टेल्थ फाइटर जेट्स बेचने की लिस्ट से ही बाहर कर दिया था। लेकिन अब ट्रंप के इस ऑफर के बाद से दोनों देश इसे ट्रंप का दोहरा चरित्र बता रहे हैं।
परेशानी की असली वजह क्या ?
दरअसल इस मामले में सबसे ज्यादा परेशानी तुर्की को है बात ये है कि साल 2019 में अमेरिका ने तुर्की को F-35 बेचने से मना कर दिया था। जिसका आधार तब ये बताया गया था कि S-400 सिस्टम और पांचवी पीड़ी के फाइटर जेट दोनों को एक साथ अपने खेमे में रखना ठीक नहीं। ये एक बड़ा सुरक्षा जोखिम है, जिससे पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान की स्टेल्थ तकनीक कॉम्प्रोमाइज़ हो सकती है। इसी को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर तुर्की के यूजर्स ने हाहाकार मचा दिया है। वे इसे ट्रंप का दोहरा चरित्र और दोगलापन बता रहे हैं।
भारत के लिए पांचवी पीड़ी के फाइटर जेट क्यों हैं जरूरी
जब से चीन ने अपने कथित छठी पीड़ी के विमान की टेस्ट फ्लाइट की है। तब से अमेरिका समेत दुनिया के दूसरे देशों में खलबली सी मच गई है। जहां एक ओर चीन ने इसे बाइडी व्हाइट एम्परर ‘बी टाइप’ नाम भी दे दिया है तो वहीं भारत के पास अभी पांचवी पीड़ी के फाइटर जेट का कोई नामों निशान तक नहीं है। हम अभी लेटेस्ट 4.5 जेन राफेल विमान ही उड़ा रहे हैं। वहीं पड़ोसी देश पाकिस्तान अपनी वायुसेना को और मजबूत बनाने की दिशा में एक कदम आगे भी बढ़ चुका है। वो चीन से जल्द ही उसके पांचवी पीड़ी के लड़ाकू विमान J-20 खरीदने की योजना में है। आज लगभग सारे ही देश पांचवी पीड़ी के विमानों के इंडक्शन में लग गए हैं या उनके पास पहले से ही है। वहीं भारत इस रेस में लगातार पिछड़ता ही जा रहा है। एयरफोर्स की स्क्वाड्रन स्ट्रेन्थ डिप्लीट हो रही है।