जन्माष्टमी का त्योहार पूरे देश में धूम-धाम से मनाया जा रहा है। लोग एक दूसरे को बधाई और शुभकामनाएं दे रहे हैं, इसी क्रम मे शिवपाल यादव ने एक पत्र के जरिए लोगों को शुभकामंनाएं दी। शिवपाल यादव ने अपने पत्र में बधाई के साथ साथ कुछ तंज भी कसा है।
शिवपाल सिंह यादव ने अपने पत्र में लिखा कि प्रिय ययाति सुत यदुवंशियों, अलौकिक गीता के उद्घोषक योगेश्वर भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव की आप सभी को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं, सम्पूर्ण विश्व के गुरु भगवान कृष्ण का वंदन है। उन्होने लिखा कि सम्पूर्ण विश्व को गीता का ज्ञान देने यदुवंश शिरोमणि भगवान श्रीकृष्ण जगत गुरु हैं, शाश्वत सनातन भगवान श्रीकृष्ण सभी यदुवंशजों के साथ-साथ सम्पूर्ण विश्व गौरव हैं।
उन्होने लिखा कि समाज में जब भी कोई कंस अपने पूज्य पिता को छल-बल से अपमानित कर पद से हटाकर अनाधिकृत अधिपत्य स्थापित करता है, तो धर्म की रक्षा के लिए मां यशोदा के लाल ग्वालों के सखा योगेश्वर श्रीकृष्ण अवश्य अवतार लेते हैं और अपने योग माया से अत्याचारियों को दंड देकर धर्म की स्थापना करते हैं। गीता में भगवान श्रीकृष्ण ने स्वयं कहा है कि “यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत। अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सूजाम्यहम्।“
उन्होने अंत में कहा कि पूज्य जन और श्रेष्ठ यदुवंशी वीरों निःसंदेह प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) भी ईश्वर द्वारा रचित किसी विराट नियति और विधान का परिणाम है। स्वाभाविक तौर पर ऐसे में धर्म की रक्षा में आपका दायित्व भी महत्वपूर्ण और शाश्वत है, इसलिए हे श्रेष्ठ यदुवंशी वीरों! समाज में धर्म की स्थापना, शांति, सुरक्षा, सद्भाव,समरसता, समन्वय व एकता और लोक कल्याण हेतु मैं आप सभी का आह्वान करता हूं।