
पिछले कई दिनों से वरिष्ठ कांग्रेस नेता नसीमुद्दीन के बसपा में वापसी को लेकर तमाम तरह के कयास लगाए जा रहे थे। मीडिया में यह अनुमान जताया जा रहा था कि नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने बसपा सुप्रीमो मायावती से मुलाकात की है और जल्द ही वो कांग्रेस से दामन छुड़ा कर बसपा खेमे में शामिल हो सकते हैं। गुरुवार को नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने इन खबरों का खंडन किया।
उन्होंने कहा कि मीडिया में इस समय चलाए जा रही खबरें भ्रामक और बेबुनियाद हैं। वहीं बसपा सुप्रीमों से मुलाकात के कयासों पर उन्होंने कहा कि उनकी कोई भी मुलाकात बसपा अध्यक्ष मायावती से नहीं हुई है और इस तरीके की सभी खबरें भ्रामक और तर्कहीन हैं। दरअसल यह सब उनकी छवि को धूमिल करने की कोशिश का एक हिस्सा है।
नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने अपने बयान में आगे कहा कि उनकी पूरी निष्ठा और ईमानदारी कांग्रेस पार्टी के साथ है और वो आजीवन अंतिम सांस तक कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता बनकर रहेंगे। उन्होंने आगे यह भी कहा कि उनके नेता प्रियंका गांधी, राहुल गांधी और सोनिया गांधी हैं।
बता दें कि कांग्रेस नेता नसीमुद्दीन कभी बसपा सुप्रीमो मायावती के बेहद खास माने जाते थे। साल 2018 से पहले वो बसपा के साथ थे लेकिन फरवरी 2018 में उन्होंने कांग्रेस का दमन थाम लिया।