फिर जुदा होंगे चाचा – भतीजे के रास्ते, सपा विधानमण्डल दल की बैठक में ना बुलाए जाने का छलका शिवपाल का दर्द, बोले मेरे साथ हुआ..

लखनऊ : यूपी का विधानसभा चुनाव संपन्न हो चूका है. बीजेपी ने योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यूपी की सत्ता में धमाकेदार वापसी की है। जबकि समाजवादी पार्टी प्रमुख विपक्षी दल की भूमिका में सदन में दिखेगी। आज समाजवादी पार्टी विधायक दल की बैठक सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी कार्यालय पर बुलाई थी। इस बैठक में सपा के नव निर्वाचित विधायकों और पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों को बुलाया गया था। वहीं सपा के सिम्बल पर जसवंतनगर विधानसभा से चुनाव लड़े शिवपाल यादव को इस बैठक में नहीं बुलाया गया था।

शिवपाल यादव ने बैठक में ना बुलाए जाने पर अपना दर्द जाहिर किया है। इसके बाद यह अटकलें लगाई जा रही है कि चाचा भतीजे की राहें फिर से जुड़ा हो सकती है। बता दे की सपा के चुनाव हारने के बाद से यह चर्चा चल यही थी कि शिवपाल यादव को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की भूमिका दी सकती है। लेकिन अखिलेश यादव को विधायक दल की बैठक में नेता प्रतिपक्ष सर्वसम्पति से चुन लिया गया है।

वही शिवपाल यादव का मीडिया से बात करते हुए दर्द छलका, उन्होंने कहा कि वह विधान मंडल दल की बैठक में शामिल होने के लिए रुके थे लेकिन उन्हें नहीं बुलाया गया, अब वह जनता के बीच रहेंगे और संघर्ष करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने सपा से किसी प्रकार से अपनी नाराजगी का इंकार किया है।

अब देखना होगा की 28 मार्च को सपा के सहयोगी दलों की बैठक में शिवपाल यादव शामिल होंगे या नहीं ये देखना होगा। सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश पटेल ने जानकारी दी की आज केवल सपा के विधायकों की बैठक बुलाई गई थी। सहयोगी दलों की बैठक 28 मार्च को होगी। इसमें शिवपाल यादव समेत सभी सहयोगी दलों के नेताओं को बुलाया गया है। अब देखना होगा अखिलेश यादव अपने चाचा को कोई जिम्मेदारी देंगे या नहीं।

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