गणेश चतुर्थी पर बन रहा अद्भुत संयोग, इस मुहूर्त में करें गणपति बप्पा की पूजा, सभी संकट होंगे दूर, बरसेगा धन

गणेश चतुर्थी का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। गणेश चतुर्थी का पर्व 19 सितंबर यानी आज से आरंभ हो रहा है और 28 सितंबर तक रहेगा। मान्यता है कि इसी दिन गणेश जी का प्राकट्य हुआ था। गणेश जी धरती पर आकर भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं।

धर्म डेस्क. गणेश चतुर्थी का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। गणेश चतुर्थी का पर्व 19 सितंबर यानी आज से आरंभ हो रहा है और 28 सितंबर तक रहेगा। मान्यता है कि इसी दिन गणेश जी का प्राकट्य हुआ था। गणेश जी धरती पर आकर भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं। हिंदू मान्यताओं के अनुसार, भगवान गणेश को प्रथम पूज्य देवता माना गया। भगवान गणेश की शुभ और मांगलिक कार्यक्रम में सबसे पहले गणेशी जी वंदना और पूजा की जाती है. भगवान गणेश बुद्धि, सुख-समृद्धि और विवेक का दाता माना जाता है।

गणेश चतुर्थी पर बन रहा अद्भुत संयोग

गणेश चतुर्थी पर 300 साल बाद ब्रह्म, शुक्ल और शुभ योग का अद्भुत संयोग बना है। साथ ही स्वाति नक्षत्र और विशाखा नक्षत्र भी रहेंगे।

गणेश पूजा का शुभ मुहूर्त

भगवान गणेश की मूर्ति की स्थापना शुभ मुहूर्त में करें। भगवान गणेश की पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 11 बजकर 1 मिनट से दिन में 01 बजकर 28 मिनट तक, अवधि- 2 घंटे 27 मिनट तक . ऐसे में आप इस मुहूर्त में घर पर गणपति बप्पा की मूर्ति स्थापित कर सकते हैं।

गणपत्ति बप्पा को ऐसे करें प्रसन्न

गणेश जी की तांबे या फिर मिट्टी की प्रतिमा लें। एक कलश में जल भर लें और उसके मुंह को नए वस्त्र से बांध दें। इसके बाद उसके ऊपर गणेश जी को विराजमान करें।

गणेश जी को सिंदूर, दूर्वा, घी चढ़ाएं और 21 मोदक का भोग लगाकर विधिवत पूजा करें। अंत में लडडुओं का प्रसाद ग़रीबों और ब्राह्मणों को बांट दें। दस दिनों तक चलने वाले गणेश चतुर्थी के इस त्योहार पर आप गणेश जी की मूर्ति को एक, तीन, पांच, सात और नौ दिनों के लिए घर पर रख सकते हैं।

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