यूरोपीय संघ के विदेश मामलों के प्रमुख के साथ शामिल हुए G-7 विदेश मंत्रियों ने एक संयुक्त बयान जारी कर रूस के सैन्य निर्माण और आक्रामक रणनीति की निंदा की और मामले पर खुद को एकजुट घोषित किया। सात आर्थिक शक्तियों के समूह G-7 ने रविवार को रूस को यूक्रेनी सीमा के पास अपने सैन्य निर्माण को कम करने के लिए कहा। G-7 समूह ने रूस को चेतावनी दी कि आक्रमण के बड़े पैमाने पर विध्वंसक परिणाम होंगे और मास्को पर गंभीर आर्थिक चोट पड़ेगी।
G -7 ने रूस से सैन्य गतिविधियों को कम करने, राजनयिक कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने और सैन्य गतिविधियों की पारदर्शिता पर अपनी अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं का पालन करने का आह्वान किया साथ ही ऐसी विषम परिस्थिति में यूक्रेन के संयम की भी प्रशंसा की। इस पूरे मामले में किसी भी देश द्वारा अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत सीमाओं को बदलने के लिए बल का कोई भी सख्त प्रयोग वर्जित है।
G -7 ने अपने आधिकारिक बयान में कहा कि रूस को इसमें कोई संदेह नहीं होना चाहिए कि यूक्रेन के खिलाफ आगे सैन्य आक्रमण के बड़े पैमाने पर घातक परिणाम होंगे साथ ही जवाबी कार्यवाही में उसे भी गंभीर कीमत चुकानी पड़ेगी। ब्रिटिश विदेश सचिव लिज ट्रस ने रविवार को कहा कि दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाएं यूक्रेन पर रूस के किसी भी आक्रामक कदम का प्रतिषेध करने के लिए एकजुट हैं। उन्होंने कहा कि अगर रूस यूक्रेन पर आक्रमण करता है तो इसके बड़े पैमाने पर गंभीर परिणाम देखने को मिलेंगे।
बता दें कि G -7 समूह में यूके, संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली और जापान जैसे बड़ी आर्थिक शक्ति वाले वैश्विक देश शामिल हैं। रविवार को इन देशों के शीर्ष राजनयिकों ने इसके शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिए जिसमें जारी एक सामूहिक बयान में मास्को को कड़ी चेतावनी जारी की।