
उत्तरी चीन में मंगलवार को ओमीक्रॉन के बढ़ते मामलों को लेकर सख्त तालाबंदी (Lockdown) कर दी गई। चीनी सरकार के इस फैसले के बाद हजारों लोग घरों में रहने को मजबूर हो गए और बड़े स्तर पर लोगों का जीवन प्रभावित हुआ। दरअसल, चीन में ओमीक्रॉन के मामलों में बड़ी तेजी से बढ़ोत्तरी हो रही है। यहां पिछले 21 महीनों की तुलना में कोरोना मामले अपने चरम पर पहुंच गए हैं। आने वाले दिनों में चीन में ओमीक्रॉन से कोई भयावह स्थिति ना उत्पन्न हो जाये, इसे लेकर चीनी सरकार ने देश में सख्त लॉकडाउन के आदेश दे दिए है।
जब दो साल पहले चीन में यह पहले वायरस उभरा था तब शी जिनपिंग की सरकार इसके लेकर “शून्य-कोविड” की रणनीति अपनाई थी जिसके तहत लोगों के लिए तालाबंदी के नियमों को बेहद सख्त बना दिया गया था। चीन में कड़े सीमा प्रतिबंध लगाए गए थे और लोगों को एक लम्बे क्वैरेन्टाइन अवधि से गुजरना पड़ता था। चीन में कुछ जगहों से जबरदस्ती नियमों का पालन कराने के वीडियो भी सामने आये थे।
चीनी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने अकेले वुहान शहर से मंगलवार को 209 कोरोना संक्रमणों की रिपोर्ट करते हुए एक दिन में सर्वाधिक संक्रमण के मामले पेश किये। चीन में इस कोरोना काल को अधिकारियों ने एक बदले हुए वायरस का रूप माना है। हालांकि चीन में कोरोना मामलों में वृद्धि, जबकि यूरोप और संयुक्त राज्य अमेरिका में बड़े पैमाने पर कम है फिर भी चीनी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने सख्त कदम उठाते हुए शीआन प्रान्त के 13 मिलियन लोगों के लिए लंबे गृह कारावास अवधि को निर्धारित कर दिया है जिसका लोगों से सख्ती से पालन कराया जा रहा है।