World tourism day 2022: 42 वां विश्व पर्यटन दिवस आज, थीम ‘पर्यटन पर पुनर्विचार’ के सात इतिहास है बेहद खास

हर साल 27 सितंबर को विश्‍व पर्यटन दिवस मनाया जाता है। विश्व पर्यटन दिवस के दिन कई देशों में अलग-अलग गतिविधियां, कार्यक्रम आयोजित होते हैं।

रिपोर्ट-अमित बेलवाल

उत्तराखंड- हर साल 27 सितंबर को विश्‍व पर्यटन दिवस मनाया जाता है। विश्व पर्यटन दिवस के दिन कई देशों में अलग-अलग गतिविधियां, कार्यक्रम आयोजित होते हैं। इस वर्ष 2022 में विश्व पर्यटन दिवस की थीम ‘पर्यटन पर पुनर्विचार’ रखी गई है,जो कि कोरोना महामारी के बाद पर्यटन उद्योग में हुए बदलाव पर पुनर्विचार करने को प्रेरित करता है।

हर साल 27 सितंबर को हम विश्व पर्यटन दिवस के रूप में मनाते हैं। विश्व पर्यटन दिवस को मनाने का इतिहास बेहद खास है। विश्व पर्यटन दिवस की शुरुआत साल 1970 में विश्व पर्यटन संस्था द्वारा की गई थी। इसके बाद 27 सितंबर 1980 को पहली बार विश्व पर्यटन दिवस मनाया गया। तब से हर साल 27 सितंबर के दिन ही विश्व पर्यटन दिवस को मनाया जाता है।

पर्यटन क्षेत्र न केवल किसी देश के विकास और विकास में योगदान देता है बल्कि स्थानीय लोगों और पर्यटकों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान को भी बढ़ावा देता है, यह विभिन्न क्षेत्रों में हजारों रोजगार सृजित करने में मदद करता है और ढांचागत विकास को भी प्रोत्साहित करता है। इस बार COVID-19 महामारी के बाद पर्यटन क्षेत्र के विकास की समीक्षा, पुनर्विचार और पर्यटन के पुनर्विकास पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। आज देश विदेश से हर वर्ष 3लाख से ज्यादा पर्यटक कॉर्बेट पार्क के दीदार के लिए आ रहे है।

इसमें पर्यटन उत्पादों को विकसित करने और घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों पर्यटकों को बेहतर सेवाएं प्रदान करने के लिए गुणवत्तापूर्ण बुनियादी ढांचे का निर्माण ना केवल रोजगार पैदा करने और समावेशी विकास को निरंतर आधार प्राप्त करने के व आने वाले पर्यटकों को और बेहतर सुविधा देने के लिए पार्क  रीथिंकिंग टूरिज्म’ की थीम पर कार्य किया जा रहा है। पर्यटन के माध्यम से हमें दूसरे स्थानों, सभ्यताओं और संस्कृतियों के बारे में पता चलता है। इसलिए हर वर्ष लाखों पर्यटक देश-विदेश से वन्य जीवन व प्रकृति का आनंद उठाने के लिए कॉर्बेट पार्क आते हैं, जिससे यहां के पर्यटन से ही लोग अपनी और दूसरे देशों की संस्कृति को करीब से जान पाते हैं। कॉर्बेट पार्क को पर्यटकों से पूरे वर्ष 9 से 10 करोड़ का राजस्व प्राप्त होता है, साथ ही पर्यटन से रामनगर और आसपास के क्षेत्र में 250 से 300 होटल कारोबारियों की भी अच्छी  इनकम होती है।

कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में करीब 250 टाइगर और 1200 हाथी सिर्फ कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में हैं। इसके अलावा भी बड़ी संख्या में और दूसरे वाइल्ड एनिमल कॉर्बेट में पाए जाते हैं। पक्षियों की भी बहुत प्रकार की प्रजातियां पाई जाती हैं, तो इन सब को ध्यान में रखते हुए कॉर्बेट वाइल्डलाइफ टूरिज्म डेस्टिनेशन का एक बहुत महत्वपूर्ण लोकेशन है।

पर्यटन से रोजगार की संभावनाएं भी बढ़ती हैं और रामनगर का जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क इसका जीता जाता उदाहरण है। रामनगर की आधी से ज्यादा आबादी पर्यटन कारोबार से जुड़ी है। जिम कॉर्बेट पार्क के पर्यटन से कई लोग जुड़ते हैं। लोगों में पर्यटन के प्रति जागरूकता लाने और अधिक से अधिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए ही विश्व पर्यटन दिवस मनाया जाता है।

कैसी है लोगों की राय

पर्यटन कारोबारी इमरान खान कहते हैं कि टूरिज्म ने ये साबित कर दिया है कि कंजर्वेशन को सपोर्ट मिला है। टूरिज्म से लोकल लोगों को रोजगार मिला है। इकोनॉमी बढ़ी है और आज सबसे ज्यादा रोजगार ये क्षेत्र दे रहा है। सबसे बड़ी इंडस्ट्री पूरे वर्ल्ड में अभी टूरिज्म इंडस्ट्री है। उन्होंने कहा कि विश्व पर्यटन दिवस इसलिए मनाया जाता है कि लोगों में पर्यटन के प्रति जागरूकता लाई जा सके और लोग अधिक से अधिक पर्यटन को बढ़ावा दें।

इमरान खान कहते है कि कॉर्बेट पार्क के क्षेत्र में रहने वाले लोगो मे कंजरवेसन के प्रति लगाव बढ़ा है,लोगो का विश्वास बढ़ा है,जंगल के प्रति सोचने का जो रवैया था लोगो का उसमे बदलाव आया है, मानव वन्यजीव की  घटनाओं में भी लोगों में पहले की तुलना में अब उतना रोष नहीं देखा जाता। इमरान खान कहते हैं कि अब पुनर्विचार की जरूरत है, वे कहते हैं कि कहीं पर भी पर्यटन अगर उसकी कैरिंग डेस्टिनेशन कैपेसिटी से ज्यादा होता है तो पर्यटन के नेगेटिव इफैक्ट आना शुरू हो जाते है और वो नेगेटिव इंपैक्ट है वो पर्यटन की जो डेफिनेशन है उसको डिफीट करते है। इमरान खान कहते हैं कि अब एजुकेटेड टूरिस्टो की जरूरत है या तो वह क्षेत्र के बारे में  खुद एजुकेट हो या फिर उन्हें जहां भी रुके वहां सारी चीजों के बारे में और क्षेत्र के बारे में एजुकेट किया जाए।

पर्यटन कारोबारी संजय छिम्वाल कहते हैं कि विश्व पर्यटन दिवस मनाये जाने का मुख्य उद्देश्य टूरिज्म को बढ़ावा देना है। ये हमारी इकोनॉमी और लोकल ग्रोथ के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। टूरिज्म से सभी लोग लाभान्वित हों। वे कहते हैं कि जब पर्यटक कहीं जाता है तो वो अपना प्रभाव भी छोड़ता है और उस जगह का प्रभाव भी अपने साथ लेकर जाता है। संजय छिम्वाल कहते हैं कि समावेशी विकास के अंदर यही प्रयास किया जाता है कि स्थानीय पर्यटन कारोबारियों को भी इसका लाभ मिले और जो पर्यटक यहां से होकर जा रहा है, उसको भी एक अच्छा अनुभव मिले। कॉर्बेट टाइगर रिजर्व का पर्यटन रामनगर की इकोनॉमी तय करता है। पर्यटन से रामनगर में बड़े-बड़े होटल चलते हैं, जिनमें लोगों को रोजगार मिलता है। वहीं, छोटे ढाबे, चाय की दुकानें, जिप्सी ऑनर, जिप्सी चालक और अन्य पर्यटन से जुड़े कारोबारी भी यहीं के पर्यटन से जुड़े हैं।

इस विषय में जानकारी देते हुए कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक धीरज पांडे कहते हैं कि अब हम कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में आने वाले पर्यटकों के लिए कई चीजों पर पुनर्विचार कर रहे हैं वह कहते हैं कि अब हम अपनी साइटों को  और भी ज्यादा बेहतर बना रहे है। धीरज पांडे ने कहा कि वर्ल्ड टूरिज्म डे पर हमारा प्रयास यह रहता है कि कॉर्बेट पार्क में आने वाले पर्यटक एक अच्छा अनुभव लेकर कॉर्बेट पार्क से जाए,उन्होंने कहा कि इस साल की थीम के अनुसार सस्टेनेबल टूरिज्म पर बहुत जोर दिया गया है। खासकर covid19  के बाद जो परिवर्तन टूरिज्म सेक्टर में हुआ है।उससे किस तरीके से उभरा जाय और किस तरीके से उससे और बेहतरी की ओर ले जाए जाए इसकी ओर चिंतन करने का जरूरत है। उन्होंने कहा कि हमारा पूरा प्रयास रहता है कि जो भी जहां पर पर्यटक आते हैं यहां से अच्छा भ्रमण और स्वस्थ भ्रमण लेकर जाए।

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