Gorakhpur: अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर उत्तर प्रदेश में विभिन्न स्थानों पर योग से जुड़े कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में योग सत्र में हिस्सा लिया और लोगों को योग के महत्व के बारे में जागरूक किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि शारीरिक रूप से स्वस्थ रहना बहुत आवश्यक है, क्योंकि एक स्वस्थ शरीर से ही व्यक्ति अपने जीवन के लक्ष्यों और सपनों को साकार कर सकता है। उन्होंने योग को केवल एक व्यायाम न मानकर आत्मा की शक्ति को जाग्रत करने वाला साधन बताया।
योगी ने कहा, “योग हमारे ऋषि-मुनियों की महान परंपरा है, जिसे वेदों, पुराणों और शास्त्रों ने आज तक जीवित रखा है। यह केवल शारीरिक नहीं, मानसिक और आत्मिक स्वास्थ्य का भी माध्यम है।”
मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से अपील की कि वे योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करें ताकि शरीर और मन दोनों स्वस्थ रह सकें। उन्होंने योग को न केवल व्यक्तिगत बल्कि सामाजिक और राष्ट्रीय स्वास्थ्य के लिए भी जरूरी बताया।
गौरतलब है कि राज्यभर में स्कूली बच्चों, पुलिसकर्मियों, स्वास्थ्यकर्मियों और आम नागरिकों की भागीदारी से हजारों स्थानों पर योग सत्र आयोजित किए गए हैं।









