
एक आतंकी ढेर, यूपी बना आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई का मॉडल
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में आतंकवाद के खिलाफ एक निर्णायक अभियान चलाया गया है, जिसके तहत अब तक 142 स्लीपिंग मॉड्यूल को गिरफ्तार किया गया है और एक आतंकी को मुठभेड़ में ढेर किया गया है। सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के चलते आतंकियों की कमर टूट गई है और प्रदेश में शांति का माहौल बहाल हुआ है।
2017 से पहले था आतंक का साया
2017 से पहले उत्तर प्रदेश आए दिन आतंकवादी गतिविधियों का गढ़ बनता जा रहा था। कई जिलों में आतंकियों के स्लीपिंग मॉड्यूल सक्रिय थे, जो मौका पाते ही घटनाओं को अंजाम देने की फिराक में रहते थे। लेकिन मौजूदा सरकार की रणनीतिक और आक्रामक कार्रवाई ने हालात बदल दिए।
ISIS समेत दर्जनों संगठनों के नेटवर्क का पर्दाफाश
उत्तर प्रदेश ATS और सुरक्षा एजेंसियों ने ISIS, जमात-उल-मुजाहिदीन, हरकत-उल-हर्ब-ए-इस्लाम जैसे खतरनाक आतंकी संगठनों से जुड़े 131 स्लीपिंग मॉड्यूल को पकड़ने में सफलता हासिल की है। इसके साथ ही टेरर फंडिंग से जुड़े 11 मॉड्यूल भी धर दबोचे गए हैं।
धर्मांतरण और घुसपैठ पर सर्जिकल स्ट्राइक
एटीएस ने न सिर्फ आतंकवाद पर शिकंजा कसा, बल्कि रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठ, और धर्मांतरण के मॉड्यूल पर भी कड़ी कार्रवाई की है। अब तक 173 रोहिंग्या और बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा गया है, जो अवैध रूप से रहकर संदिग्ध गतिविधियों में शामिल थे।
प्रदेश को आतंक मुक्त बनाने की दिशा में बड़ा कदम
राज्य सरकार की नीति सिर्फ गिरफ्तारियों तक सीमित नहीं रही, बल्कि आतंकी फंडिंग, आईटी नेटवर्क, स्थानीय समर्थन और लॉजिस्टिक सपोर्ट तक की जड़ें काट दी गईं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि “प्रदेश की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। आतंकवाद को जड़ से खत्म करना हमारी प्राथमिकता है।”
योगी सरकार के तहत उत्तर प्रदेश अब आतंकवाद विरोधी कार्रवाई का राष्ट्रीय मॉडल बनकर उभरा है। सटीक खुफिया जानकारी, सख्त प्रशासनिक निर्णय और मजबूत राजनीतिक इच्छाशक्ति ने प्रदेश को आतंकवाद के साये से मुक्त करने में निर्णायक भूमिका निभाई है।









