
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज राज्य के युवाओं को नए साल के तोहफे के रूप में पंजाब राज्य सहकारी बैंक में 520 नवनियुक्त क्लर्क-कम-डेटा एंट्री ऑपरेटरों को नियुक्ति पत्र सौंपे। यहां टैगोर थिएटर में नियुक्ति पत्र सौंपने के बाद युवाओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का नियुक्ति पत्र वितरण समारोह उनकी सरकार का पहला कार्यक्रम नहीं है क्योंकि राज्य सरकार अब तक कई माध्यमों से सरकारी नौकरियों के लिए 40,000 से अधिक युवाओं की भर्ती कर चुकी है।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पंजाब के प्राचीन गौरव को बहाल करने और इसे फिर से ‘रंगला पंजाब’ बनाने के लिए गंभीर प्रयास कर रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य के लगभग हर दूसरे गांव को महान गुरुओं के चरणों का स्पर्श प्राप्त है और पंजाब की भूमि ने ऐसे वीर सपूत पैदा किए हैं जिन्होंने अपने देश की खातिर अपने प्राण न्यौछावर कर दिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाबी जन्मजात उद्यमी होते हैं और उनमें नेतृत्व के गुण होते हैं और इसी वजह से पंजाबियों ने दुनिया भर में अपनी क्षमताओं को पहचाना है। उन्होंने कहा कि पंजाबियों की मेहनत को कोई नहीं जानता जिसके कारण आज पंजाबी हर क्षेत्र में नाम कमा रहे हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाबियों के इस जुनून का इस्तेमाल राज्य की प्रगति और समृद्धि के लिए किया जा सकता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाबियों ने बहादुरी और समर्पित भावना के साथ देश को ब्रिटिश शासन की गुलामी से मुक्त कराने के लिए अभूतपूर्व बलिदान दिया है। उन्होंने कहा कि यह अपने आप में एक रिकॉर्ड है कि जिन देशभक्तों ने अपने प्राणों की आहुति दी या जो किसी न किसी रूप में ब्रिटिश उत्पीड़न के शिकार हुए, उनमें से 90 प्रतिशत से अधिक पंजाबी थे। भगवंत सिंह मान ने इस बात पर जोर दिया कि पंजाब आज भी देश की सीमाओं की रक्षा करने और देश को खाद्य उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने में सबसे आगे है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री के रूप में उनका हर कदम राज्य की प्रगति और लोगों की समृद्धि सुनिश्चित करने के लिए समर्पित है। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से उनसे पहले के मुख्यमंत्रियों को कभी भी राज्य की चिंता नहीं थी बल्कि वे अपने निजी हितों को लेकर अधिक चिंतित थे। भगवंत सिंह मान ने कहा कि प्रदेश के नकारे नेता हर मुद्दे पर उनकी आलोचना कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब अस्पतालों और स्कूलों में आमूल-चूल परिवर्तन देखने को मिल रहा है और आम आदमी के कल्याण के लिए नये मेडिकल कॉलेज बनाये जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि ये फैसले वही लोग ले रहे हैं जो जमीनी स्तर पर लोगों की समस्याओं से वाकिफ हैं. भगवंत सिंह मान ने कहा कि परंपरागत राजनीतिक दलों ने राज्य को बर्बाद कर दिया है और अब वे बेशर्मी से नैतिकता की बात कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि राज्य सरकार के प्रयासों से पंजाब में बड़ी औद्योगिक क्रांति देखी जा रही है. उन्होंने कहा कि पिछले 18 महीनों के दौरान टाटा स्टील और अन्य बड़ी कंपनियों ने राज्य में निवेश की तैयारी की है. भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह पंजाब को एक अग्रणी राज्य और ‘रंगाला पंजाब’ बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जहां पिछले 75 वर्षों में युवा सरकारी नौकरी के लिए एक मौके के लिए तरसते थे, वहीं अब उन्हें एक साल में तीन नौकरियां मिल रही हैं। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने कभी भी राज्य के कल्याण या इसकी प्रगति की परवाह नहीं की, लेकिन वर्तमान सरकार कोई कसर नहीं छोड़ रही है. भगवंत सिंह मान ने कहा कि पिछले 25 वर्षों में केवल दो राजनेताओं ने पंजाब पर शासन किया है और अपने निजी हितों के लिए राज्य के संसाधनों का दोहन किया है।
मुख्यमंत्री ने गुरबाणी की पंक्ति ‘पवणु गुरु पानी पिता माता धरती महतु’ का जिक्र करते हुए कहा कि महान गुरुओं ने वायु (पवन) को गुरु, पिता को पानी (जल) और माता को भूमि (धरता) का दर्जा दिया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि अब समय आ गया है जब हमें राज्य के पर्यावरण को बचाने का संकल्प लेकर राज्य के प्राचीन गौरव को बहाल करने के लिए पवन गुरबाणी की शिक्षाओं को अपने जीवन में अपनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस नेक काम के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगी लेकिन इसके लिए युवाओं को अहम भूमिका निभानी होगी.









