महाकुंभ-2025 में पर्यटकों को मिलेगी विश्वस्तरीय सुविधाएं, प्रयागराज एयरपोर्ट का किया जा रहा पुनर्विकास

एयरपोर्ट में एप्रन और लिंक टैक्सी वेज का निर्माण भी तेजी से चल रहा है। एयरपोर्ट निदेशक के मुताबिक 29 करोड़ की लागत से यह निर्माण हो रहा है।

प्रयागराज में आयोजित होने जा रहे महाकुंभ-2025 को दिव्य और भव्य स्वरूप देने के साथ योगी सरकार यहां आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए सुविधाओं का भी तेजी से विकास कर रही है। सड़क और रेलमार्ग के विस्तार के साथ एयर कनेक्टिविटी और एयरपोर्ट में सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है। सरकार यहां विश्व स्तरीय सुविधाएं उपलब्ध कराने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयागराज दौरे के बाद महाकुंभ की तैयारियों ने और रफ्तार पकड़ ली है।

एयरपोर्ट का किया जा रहा कायाकल्प

महाकुंभ में दूसरे देशों से आने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं की सहूलियत को देखते हुए प्रयागराज एयरपोर्ट का कायाकल्प किया जा रहा है। एयरपोर्ट के निदेशक फर्रूख अहसन के मुताबिक़ महाकुम्भ में आने वाले यात्रियों की व्यवस्था को देखते हुए 274.38 करोड़ की लागत से एयरपोर्ट का पुनर्विकास किया जा रहा है । इसका तकरीबन 70 फीसदी कार्य पूरा हो चुका है।प्रयागराज एयरपोर्ट में अभी एक टर्मिनल बिल्डिंग है जिसका क्षेत्रफल 6700 वर्ग मीटर है । इसमें दो तरह से बढ़ोत्तरी की जा रही है एक तरफ जहां नई टर्मिनल बिल्डिंग का निर्माण किया जा रहा है तो वहीं पुराने टर्मिनल को नया स्वरूप दिया जा रहा है।

मौजूदा टर्मिनल को भी दिया जा रहा नया स्वरूप

नई टर्मिनल बिल्डिंग का निर्माण 231 करोड़ की लागत से चल रहा है। इसके निर्माण से यहां पैसेंजर हैंडलिंग प्लेटफार्म (पीएचपी )की क्षमता बढ़कर 1200 हो जायेगी । इसका 48 फीसदी कार्य पूरा हो चुका है। शेष कार्य 31 दिसंबर तक पूर्ण होने का अनुमान है। टर्मिनल बिल्डिंग में पर्यावरण संरक्षण के मानकों को ध्यान में रखते हुए पूरी बिल्डिंग में सोलर एनर्जी का उपयोग किया जाएगा । इसी तरह मौजूदा टर्मिनल को भी नया स्वरूप दिया जा रहा है। इससे पीएचपी की क्षमता 350 से बढ़कर 850 हो जायेगी। इसका 70 फीसदी कार्य पूरा हो चुका है। इसका निर्माण कार्य 31 अक्टूबर तक पूरा हो जाएगा। एयरपोर्ट में चेक इन काउंटर का भी विस्तार किया जा रहा है। इसकी संख्या बढ़कर 42 की जा रही है।

एयरपोर्ट में एप्रन और लिंक टैक्सी वेज का निर्माण भी तेजी से चल रहा है। एयरपोर्ट निदेशक के मुताबिक 29 करोड़ की लागत से यह निर्माण हो रहा है जिसे 31 अक्टूबर तक पूरा कर लिया जाएगा। एयरपोर्ट पर विमान खड़ा करने के लिए एप्रन के विस्तार का लगभग 95 फीसदी पूरा हो चुका है। अब यहां में तकरीबन दस ग्यारह छोटे विमान एक साथ आसानी से खड़े हो सकेंगे।एयरपोर्ट में उड़ानों की आवाजाही का विस्तार होने के साथ पैसेंजर बोर्डिंग ब्रिज की संख्या भी बढ़ाना आवश्यक हो जाता है। प्रयागराज एयरपोर्ट से मौजूदा समय में एयरोब्रिज की संख्या 2 है । महाकुम्भ के पहले इनकी संख्या बढाकर 6 हो जाएगी। प्रयागराज एयरपोर्ट के इस विस्तारीकरण के बाद 6 एयरोब्रिज वाला यह यूपी का पहला एयरपोर्ट बन जाएगा।

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