उत्तर प्रदेश में अब 75 नहीं, बल्कि 76 जिले होंगे। जा हाँ आपने सही पढ़ा.. रविवार को प्रयागराज जिले की सीमा से एक नया जिला काटकर महाकुंभ मेला जनपद का गठन किया गया। प्रयागराज के डीएम, रविंद्र कुमार मांदड़ ने इस संबंध में अधिसूचना जारी की, जिससे यह नया जिला अस्तित्व में आ गया है। अधिसूचना के अनुसार, इस जिले की सीमाएं भी निर्धारित कर दी गई हैं। महाकुंभ मेला जनपद में चार तहसीलें शामिल होंगी – सदर, सोरांव, फूलपुर और करछना, जिनमें कुल 67 गांव होंगे। इन गांवों से संबंधित मुकदमों की सुनवाई भी इस जिले के डीएम द्वारा की जाएगी।
महाकुंभ एक अलग ही दृश्य
हर साल प्रयागराज में माघ मेला और छह साल में अर्द्ध कुंभ का आयोजन होता है, लेकिन 12 साल में होने वाला महाकुंभ एक अलग ही दृश्य प्रस्तुत करता है। इस दौरान प्रयागराज शहर के भीतर एक नया शहर बसाया जाता है, जिसकी आबादी आमतौर पर पुराने शहर से भी ज्यादा होती है।
उत्तर प्रदेश का 76वां जिला
महाकुंभ के दौरान इस नए शहर को जिला घोषित कर दिया जाता है, और यहां अलग से जिला मजिस्ट्रेट, उपजिला अधिकारी और तहसीलदारों की नियुक्ति की जाती है, साथ ही एसएसपी भी तैनात किया जाता है। जनवरी 2025 में होने वाले महाकुंभ को ध्यान में रखते हुए इस नए जिले का गठन किया गया है, जो उत्तर प्रदेश का 76वां जिला होगा और कुंभ मेला जनपद के नाम से जाना जाएगा।
यह जिला तत्काल प्रभाव से अस्तित्व में आ चुका
इस जिले में अपनी पुलिस भी होगी, जिसके मुखिया एसएसपी होंगे। एसएसपी के तहत दो या तीन अतिरिक्त एसपी और सर्किलवार सीओ की तैनाती की जाएगी। डीएम के आदेश के अनुसार, यह जिला तत्काल प्रभाव से अस्तित्व में आ चुका है।